KNEWS DESK- दिल्ली में वायु प्रदूषण का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को राजधानी की हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 384 तक पहुंच गया। लगातार जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर जनता पर राजनीतिक दलों ने हमलावर रुख अपनाया है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रदूषण को लेकर संसद में चर्चा कराए जाने की मांग की। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में उन्होंने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से साफ-साफ कहा, “मोदी जी, भारत के बच्चों का दम घुट रहा है। आपकी सरकार कोई तत्काल कदम, प्लान या जवाबदेही क्यों नहीं दिखाती?” राहुल गांधी ने देश में वायु प्रदूषण को स्वास्थ्य आपातकाल बताया और संसद में तत्काल सख्त और लागू करने योग्य कार्रवाई की मांग की।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अरविंद केजरीवाल ने भी वायु प्रदूषण पर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तर भारत में हवा जानलेवा हो चुकी है, लेकिन समाधान की बजाय सरकार जनता से टैक्स वसूल रही है। केजरीवाल ने एयर प्यूरीफायर पर लागू 18 फीसदी GST हटाने की मांग की और कहा कि अगर सरकार समाधान नहीं दे सकती तो कम से कम जनता पर आर्थिक बोझ डालना बंद करे।
इससे पहले कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने भी प्रदूषण को लेकर विरोध दर्ज कराया था। बुधवार को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव समेत कई नेताओं ने मास्क पहनकर और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया।
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण ने स्वास्थ्य और जीवन को गंभीर खतरे में डाल दिया है। राजनीतिक दलों की मांग है कि केंद्र और राज्य मिलकर तत्काल प्रभावी कदम उठाएं और लोगों को साफ हवा और सुरक्षित जीवन प्रदान करें।