KNEWS DESK- दिल्ली में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश में चिंता की लहर पैदा कर दी थी। इस हमले में कई लोगों की मौत और घायल होने की खबरों के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने राष्ट्रीय राजधानी और अन्य संवेदनशील इलाकों में कड़ी निगरानी बढ़ा दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जांच अपने हाथ में ले ली थी और अब इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
सोमवार सुबह एनआईए की टीमों ने जम्मू-कश्मीर के काजीगुंड सहित कुल आठ स्थानों पर तलाशी अभियान शुरू किया। ये छापे उन ठिकानों पर मारे गए जहां से संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी। एजेंसी का उद्देश्य दिल्ली हमले के मास्टरमाइंड, लॉजिस्टिक सपोर्ट नेटवर्क और किसी भी आतंकी संगठन की संलिप्तता के सबूत जुटाना है।
सूत्रों के अनुसार, एनआईए की टीमें कई महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, दस्तावेजों और संभावित सुरागों को कब्जे में ले रही हैं, ताकि हमले की साजिश और इसके पर्दे के पीछे सक्रिय नेटवर्क का पूरी तरह खुलासा किया जा सके।
एनआईए का सबसे बड़ा फोकस शोपियां के नदीगाम इलाके में है, जहां एजेंसी की एक टीम मौलवी इरफान के घर तलाशी ले रही है। मौलवी इरफान को दिल्ली ब्लास्ट केस में संदिग्ध माना जा रहा है। जांच अधिकारियों का मानना है कि मौलवी इरफान के संपर्कों और गतिविधियों की जांच इस केस में अहम मोड़ ला सकती है। तलाशी के दौरान एजेंसी घर के कमरों, डिजिटल डिवाइस, मोबाइल फोन और संभावित दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही है।
हालिया आतंकी हमले ने दिल्ली को दहला दिया था। इस घटना के बाद पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हमले के तुरंत बाद एनआईए ने जांच अपने हाथों में ले ली और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों तथा स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर दोषियों को पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
अब तक मिली जानकारी के आधार पर एजेंसी विभिन्न राज्यों में फैले आतंकी नेटवर्क की तफ्तीश कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस हमले में किसी संगठित मॉड्यूल की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता।