दिल्ली सरकार ने एनसीआर में पटाखों पर प्रतिबंध की मांग की, पराली जलाने की समस्या पर भी की चर्चा

KNEWS DESK-  दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है। यह मांग शनिवार को केंद्र और राज्य के कृषि मंत्रियों की संयुक्त बैठक में की गई, जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई अन्य मंत्री और अधिकारी मौजूद थे।

पटाखों पर प्रतिबंध का आग्रह

गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर पहले से ही प्रतिबंध है, जो ऑनलाइन डिलीवरी को भी कवर करता है। उन्होंने जोर दिया कि एनसीआर में भी इसी तरह की पाबंदी लागू होनी चाहिए, ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद का समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जब प्रदूषण बढ़ने की संभावना अधिक होती है।

पराली जलाने की घटनाओं पर ध्यान

राय ने पराली जलाने के मामलों को भी कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दिल्ली सरकार 5,000 एकड़ से अधिक खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव कर रही है, जिससे पराली का प्रभावी निपटारा हो रहा है और खेतों की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही, पराली जलाने की घटनाओं की निगरानी के लिए 11 टीमें तैनात की गई हैं।

किसानों को जागरूक करने के लिए गांवों में 25 किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, ताकि उन्हें धान की फसल के अवशेष जलाने से रोका जा सके।

विंटर एक्शन प्लान की तैयारियां

गोपाल राय ने पिछले साल अगस्त में हुई बैठक का उदाहरण देते हुए कहा कि इससे रणनीति बनाने के लिए अधिक समय मिलता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ठंड के मौसम में बढ़ने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हर साल एक विंटर एक्शन प्लान बनाया जाता है। इस योजना के तहत, पराली जलाना प्रदूषण के मुख्य कारणों में से एक है। इस तरह की पहलों के माध्यम से दिल्ली सरकार का उद्देश्य न केवल वायु गुणवत्ता को सुधारना है, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य को भी सुरक्षित रखना है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस मांग पर क्या कदम उठाती है।

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