दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का बड़ा फैसला, सरकारी स्कूलों में लगेंगे हजारों एयर प्यूरीफायर

डिजिटल डेस्क- दिल्ली में हर साल सर्दियों के मौसम में बढ़ने वाला वायु प्रदूषण बच्चों की पढ़ाई और सेहत दोनों पर भारी पड़ता है। खराब एयर क्वालिटी के चलते स्कूलों को बार-बार ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड में शिफ्ट करना पड़ता है, जिससे न सिर्फ पढ़ाई प्रभावित होती है, बल्कि बच्चों की खेल-कूद और अन्य गतिविधियां भी ठप हो जाती हैं। इसी समस्या को देखते हुए अब दिल्ली सरकार ने एक बड़ी और राहत भरी पहल करने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार सरकारी स्कूलों में हजारों एयर प्यूरीफायर लगाने जा रही है। पहले चरण में करीब 10,000 एयर प्यूरीफायर इंस्टॉल किए जाएंगे। इसके बाद अगले चरण में सभी सरकारी स्कूलों के हर क्लासरूम में एयर प्यूरीफायर लगाए जाने की योजना है। सरकार का कहना है कि इससे कक्षाओं के अंदर की हवा साफ रहेगी और बच्चों को जहरीले प्रदूषण से काफी हद तक बचाया जा सकेगा। इस कदम के बाद सर्दियों में स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेस पर शिफ्ट करने की मजबूरी भी कम होगी और पढ़ाई सामान्य रूप से जारी रखी जा सकेगी।

दिल्ली में प्रदूषण की मौजूदा स्थिति बेहद गंभीर

आज यानी 19 दिसंबर को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘वेरी पूअर’ से लेकर ‘सीवियर’ कैटेगरी में दर्ज किया गया है। कई इलाकों में AQI 387 से लेकर 480 तक पहुंच गया है। राजधानी में स्मॉग की मोटी चादर छाई हुई है, जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खतरनाक हालात को देखते हुए दिल्ली में GRAP स्टेज-4 लागू किया गया है। इसके तहत सभी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है, कुछ वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है और सरकारी व निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी गई है।

स्कूलों पर प्रदूषण का सीधा असर

बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए नर्सरी से कक्षा 5 तक के सभी स्कूल पूरी तरह ऑनलाइन कर दिए गए हैं। कक्षा 6 से 11 तक हाइब्रिड मोड में पढ़ाई हो रही है, जबकि कक्षा 10 और 12 के छात्रों को स्कूल आने की छूट दी गई है। इसके अलावा सभी आउटडोर एक्टिविटीज और स्पोर्ट्स पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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