KNEWS DESK… दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल विनय सक्सेना से मिलने पहुंचे. एलजी और सीएम दोनों के बीच ये मुलाकात लगभग 45 मिनट तक चली. इस मुलाकात के बाद सीएम केजरीवाल मीडिया से बात किए बिना निकल गए. दिल्ली सेवाओं से जुड़ा बिल संसद में पेश किए जाने की खबरों के बीच यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
दरअसल आपको बता दें कि दिल्ली अध्यादेश पर बिल आज ही संसद में पेश किया जाना था, लेकिन सदन की कार्यवाही आज स्थगित कर दी गई है. दिल्ली अध्यादेश को कानून बनने से रोकने के लिए अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर समर्थन जुटा रहे थे. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा है कि दिल्ली में जमीन, कानून व्यवस्था और पुलिस के अलावा अन्य अधिकार दिल्ली की चुनी हुई सरकार के पास ही होंगे, लेकिन केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर इस फैसले को पलट दिया. 31 जुलाई यानी आज केंद्र सरकार इस अध्यादेश को बिल के रूप में राज्यसभा में पेश करने वाली थी, लेकिन सदन में भारी हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. इस बीच दिल्ली के सीएम केजरीवाल की एलजी विनय सक्सेना से मुलाकात अहम साबित हो सकती है.
जानकारी के लिए बता दें कि एक तरफ जहां अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल विनय सक्सेना से मिलने पहुंचे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में बयानबाजी शुरू हो गई है. दिल्ली अध्यादेश बिल पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, ‘लोकसभा में बीजेपी के पास बहुमत है, ये बिल सदन में पास होना चाहिए. ये बिल दिल्ली के हालात के मुताबिक है. अगर आप दिल्ली को शक्तियां देना चाहते हैं तो इसे पूर्ण राज्य बनाया जाए। मेरी राय में इस बिल का विरोध करना गलत है. संदीप दीक्षित के बयान पर पलटवार करते हुए आप नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि, जब कांग्रेस नेतृत्व ने इस बिल का विरोध करने का फैसला किया है, तो संदीप दीक्षित को इस पर कुछ नहीं कहना है। कोई फर्क नहीं पडता.
यह भी पढ़ें… मणिपुर यौन हिंसा : सुप्रीम कोर्ट का दिखा सख्त रुख, कहा-यह कोई इकलौती घटना नहीं है तत्काल होनी चाहिए कार्रवाई