KNEWS DESK – दिल्ली में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं, और कांग्रेस पार्टी ने भी प्रचार-प्रसार में जोरदार शुरुआत की है। इस बीच, राहुल गांधी ने मकर संक्रांति के दिन रिठाला पहुंचकर पूर्वांचलियों के साथ त्योहार मनाया और दही-चूड़ा भोज का आनंद लिया। दिल्ली में पूर्वांचलियों की बड़ी संख्या को देखते हुए कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) सभी इन वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए प्रयासरत हैं।
पूर्वांचल के लोगों से उनके मुद्दों पर की बातचीत
आपको बता दें कि रिठाला विधानसभा क्षेत्र में मकर संक्रांति के आयोजन में राहुल गांधी ने पूरी गर्मजोशी से भाग लिया। उन्होंने बच्चों और महिलाओं के साथ समय बिताया और पूर्वांचल के लोगों से उनके मुद्दों पर बातचीत की। यहां की महिलाओं ने राहुल गांधी को अपने हाथ से दही-चूड़ा खिलाया, जिसके बाद उन्होंने भी सभी को दही-चूड़ा खिलाया और उनसे हालचाल पूछा। राहुल गांधी का यह कदम उनके चुनावी प्रचार का हिस्सा माना जा रहा है, जहां वे न सिर्फ एक नेता के रूप में, बल्कि एक साधारण नागरिक के रूप में भी जनता से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे एक दिन पहले राहुल गांधी ने दिल्ली के सीलमपुर में जनसभा को संबोधित किया था, जहां उन्होंने बीजेपी और आप दोनों पर जोरदार हमले किए थे। उनका यह बयान इस चुनावी दौरे का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य दिल्ली के मतदाताओं को अपने पक्ष में करना था।
महिलाओं को 2500 रुपये देने का वादा
रिठाला में राहुल गांधी ने महिलाओं से खास बातचीत की और उन्हें कांग्रेस पार्टी की योजना के बारे में बताया। कांग्रेस ने दिल्ली में सत्ता में आने पर महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा किया है। यह वादा आप सरकार के 2100 रुपये के जवाब में किया गया है, जो दिल्ली में महिलाओं को दिया जाता है। कांग्रेस की यह योजना विशेष रूप से महिलाओं को आकर्षित करने के लिए है, जो चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकती है।
पूर्वांचली वोटर्स को लुभाने की रणनीति
रिठाला में पूर्वांचल के लोगों की बड़ी संख्या है और यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार सुशांत मिश्रा हैं। राहुल गांधी ने कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लोगों से उनकी समस्याओं पर चर्चा की और यह सुनिश्चित किया कि कांग्रेस उनके मुद्दों को प्राथमिकता देगी। कांग्रेस के अलावा, बीजेपी और आप दोनों ही दलों की नजर पूर्वांचलियों के वोट पर है, और यही कारण है कि दोनों दलों के बीच तीखी सियासी जंग देखने को मिल रही है।