KNEWS DESK- झारखंड के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह घोषणा करते हुए बताया कि एनडीए संसदीय बोर्ड की बैठक में यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिया गया।
जेपी नड्डा ने जानकारी देते हुए कहा कि सीपी राधाकृष्णन का सार्वजनिक जीवन 40 वर्षों से अधिक लंबा और सफल रहा है। वे तमिलनाडु में भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं और हाल ही में झारखंड के राज्यपाल के तौर पर उन्होंने प्रशासकीय जिम्मेदारियों का सफल निर्वहन किया। नड्डा ने कहा, “उनका प्रशासनिक अनुभव, राजनीतिक समझ और राष्ट्र के प्रति समर्पण उन्हें इस जिम्मेदारी के लिए उपयुक्त बनाता है।”
उल्लेखनीय है कि वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उपराष्ट्रपति का पद रिक्त हो गया है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि एनडीए, विपक्षी दलों से भी संपर्क में है और उन्हें उम्मीद है कि विपक्ष भी इस निर्णय का समर्थन करेगा। “हम सभी दलों से आग्रह करेंगे कि वे एकमत से राधाकृष्णन जी के नाम का समर्थन करें ताकि उपराष्ट्रपति पद का चुनाव निर्विरोध संपन्न हो सके,” नड्डा ने कहा।
उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होगा और उसी दिन मतगणना भी संपन्न की जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है जबकि 25 अगस्त तक नामांकन वापस लिया जा सकता है।
इस चुनाव में कुल 788 सांसद मतदान करने के पात्र हैं, जिनमें लोकसभा के 543 सदस्य, राज्यसभा के 233 निर्वाचित सदस्य और 12 मनोनीत सदस्य शामिल हैं।
एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी घोषित होने के साथ ही अब राजनीतिक हलकों में इस बात पर नजरें टिकी हैं कि विपक्ष इस पर क्या रुख अपनाता है। यदि समर्थन प्राप्त होता है, तो यह चुनाव निर्विरोध भी हो सकता है।