नई दिल्ली- आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने सोमवार यानी आज आरोप लगाया कि ईडी और तिहाड़ प्रशासन ने अरविंद केजरीवाल के लिए अदालत में जो डाइट चार्ट पेश किया है, वह उनसे या मधुमेह विशेषज्ञ से सलाह किए बिना बनाया गया है। आतिशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आप इस आहार चार्ट को देखेंगे, तो यह न तो किसी मधुमेह विशेषज्ञ या एंडोक्रिनोलॉजी विभाग द्वारा बनाया गया था। इसे आहार विज्ञान विभाग से एक मुख्य आहार विशेषज्ञ द्वारा बनाया गया था। केंद्र सरकार केजरीवाल के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रही है।
ईडी ने गुरुवार को अदालत के समक्ष दावा किया था कि मेडिकल जमानत के लिए आधार बनाने के लिए टाइप 2 मधुमेह होने के बावजूद केजरीवाल हर दिन आम और मिठाई जैसे उच्च चीनी वाले भोजन खा रहे थे। आम आदमी पार्टी (आप) ने तिहाड़ प्रशासन पर मधुमेह से पीड़ित केजरीवाल को इंसुलिन देने से इनकार करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने उन्हें “हत्या” करने की “साजिश” का भी आरोप लगाया है।
तिहाड़ प्रशासन ने एक बयान में कहा कि एम्स के उपयुक्त वरिष्ठ विशेषज्ञों ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केजरीवाल को परामर्श प्रदान किया। केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली सरकार की अब समाप्त हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था। वह एक अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं।
दिल्ली वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि ईडी और तिहाड़ प्रशासन ने जो डाइट चार्ट कोर्ट के सामने पेश किया, वह अरविंद केजरीवाल या एम्स के किसी मधुमेह विशेषज्ञ से सलाह के बिना बनाया गया था। तो यह डाइट चार्ट किस आधार पर बनाया गया है? दूसरी बात, अगर आप इस डाइट चार्ट को देखेंगे तो यह पता चलेगा। न तो किसी मधुमेह रोग विशेषज्ञ द्वारा बनाया गया था, न ही एंडोक्राइनोलॉजी विभाग द्वारा बल्कि इसे आहार विज्ञान विभाग द्वारा बनाया गया था, यह क्या है? अरविंद केजरीवाल जी को पिछले 30 वर्षों से गंभीर मधुमेह है उन्हें अपने शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए 34 लेवल यूनिट की जरूरत है। ईडी की हिरासत के दौरान उनका शुगर लेवल 300 से अधिक हो गया है। किस आधार पर उनके इंसुलिन और डॉक्टर के परामर्श का विरोध किया जा रहा है कि यह अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी की उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने की साजिश है।