KNEWS DESK- भारतीय जनता पार्टी के ‘लोकतंत्र के काले दिन’ कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को राजघाट जाकर लोगों से आपातकाल के जरिए लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने मंगलवार यानी आज 1975 में आपातकाल लगाने के लिए कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और कहा कि उनके नेताओं को राजघाट जाकर देश के लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए। नई दिल्ली में ‘आपातकाल के काले दिन’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इन दिनों उनके नेता संविधान की एक प्रति पकड़े हुए हैं, हालांकि उन्होंने इतिहास नहीं पढ़ा है। उन्हें महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने राजघाट जाकर देश के लोगों से लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए। 25 जून, 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, जो कांग्रेस की दिग्गज नेता थीं, ने देश में आपातकाल लगाया, नागरिक स्वतंत्रता को निलंबित कर दिया, विपक्षी नेताओं और असंतुष्टों को जेल में डाल दिया और प्रेस सेंसरशिप लागू कर दी।
जेपी नड्डा ने कहा कि 9 हजार लोगों को उठा लिया गया था। देश का कोई प्रमुख नेता नहीं बचा था। मोरारजी देसाई, मोहन धारिया, अटल बिहारी बाजपेयी, लालकृष्ण…ऐसी लंबी श्रृंखला है। इन नेताओं को एक दिन, दो दिन नहीं बल्कि 19 महीनों से ज्यादा समय तक जेल में रहना पड़ा था। इन नेताओं का कसूर बस इतना था कि इन्होंने प्रजातंत्र की रक्षा और मजबूती के लिए आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा कि 12 जून 1975 को इलाहाबाद का हाईकोर्ट का फैसला आया और कोर्ट ने अनुचित तरीके से चुनाव लड़ने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त कर दिया गया था और उन पर 6 साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी।
ये भी पढ़ें- ऑपरेशन जागृति फेस-2 : पुलिस के आला अधिकारियों ने चलाया अभियान, महिलाओं को किया गया जागरूक