रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85 वां अधिवेशन चल रहा है. जहां 25 फरवरी को अधिवेशन में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाषण दिया. तो वही 26 फऱवरी को अधिवेशन में कांग्रेस सांसद और दिग्गज नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. भाषण के दौरान राहुल ने कहा 52 साल तक मेरे पास दिल्ली से लेकर इलाहाबाद तक मेरा घर नहीं है.
राहुल गांधी ने भाषण में भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा मैं सोचता था कि फिट हूं, 20-25 किलोमीटर चल लूंगा. लेकिन यात्रा शुरू होते ही घुटने का पुराना दर्द लौट आया और 10-15 दिनों में मेरा अहंकार खत्म हो गया. भारत माता ने मुझे संदेश दिया- तुम अगर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से अहंकार मिटाओ, वर्ना मत चलो. मुझे ये बात सुननी पड़ी, मुझ मेंशक्ति नहीं थी की ना सुनूं. मेरी आवाज चुप हो गई.
राहुल गांधी ने भाषण में कहा कि 52 साल हो गए मेरे पास घर नहीं है और परिवार के पास जो घर है वो इलाहाबाद में है. वो भी घर नहीं है. 120 तुगलक लेन मेरा घर नहीं है. जब पदयात्रा में निकला तो सोचा मेरी जिम्मेदारी क्या है? मैंने कहा कि मेरे साइड में और आगे पीछे जो खाली जगह है, जिसमे हिंदुस्तान के लोग मिलने आएंगे. अगले चार महीने के लिए हमारा वो घर हमारे साथ चलेगा. इस घर में जो भी आएगा अमीर-गरीब, बुजुर्ग युवा हो या बच्चा किसी भी धर्म और स्टेट का जानवर हो, उसे ये लगना चाहिए की मैं आज अपने घर आया हूं.
राहुल से पहले प्रियंका गांधी ने कहा कि जो लोग देश की राजनीति को देखकर समझ रहे हैं कि कुछ गलत हो रहा है, उन्हें एक मंच देना हमारा काम है. उनकी आवाज को बुलंद करना हमारा काम है. वे लोग जो यह नहीं समझ रहे हैं, उन्हें भी यह बताना और समझाना हमारा काम है. यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है.