KNEWS DESK- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण जनता के लिए परिवहन क्षेत्र की ऐतिहासिक सौगात देने जा रहे हैं। इस अवसर पर प्रदेशभर में ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण जनता सेवा’ के तहत 250 नई बसों की शुरुआत की जाएगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर, सुलभ और किफायती सार्वजनिक परिवहन से जोड़ना है।
नई सेवा के अंतर्गत लखनऊ समेत समूचे प्रदेश के डिपो में मौजूदा बस फ्लीट की 10% बसें ग्रामीण जनता सेवा के लिए आरक्षित होंगी। ये बसें 75-80 किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों तक चलाई जाएंगी और इनका किराया रोडवेज बसों की तुलना में करीब 20% कम होगा। जहां सामान्य बसों का किराया ₹1.30 प्रति किलोमीटर है, वहीं इन ग्रामीण बसों का किराया केवल ₹1.04 प्रति किलोमीटर होगा। यानी अगर कोई यात्रा 100 रुपये की है, तो ग्रामीण जनता सेवा में इसका किराया केवल 80 रुपये देना होगा।
इस योजना के अंतर्गत उन्हीं बसों का उपयोग किया जाएगा, जो 8 से 10 वर्ष की सेवा अवधि पूरी कर चुकी हैं। इससे संसाधनों का पुनः प्रयोग होगा और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह कदम सराहनीय है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आरटीओ से जुड़े 48 कार्यों के आवेदन के लिए 1.50 लाख जन सुविधा केंद्रों की भी शुरुआत करेंगे। इससे लाइसेंस, पंजीकरण, ट्रांसफर जैसे काम अब गांव-गांव में आसानी से हो सकेंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा कई श्रेणियों की बसों को हरी झंडी दिखाई जाएगी, जिनमें शामिल हैं:
8 इलेक्ट्रिक एसी डबल डेकर बसें
16 इलेक्ट्रिक बसें
1 रिट्रोफिट इलेक्ट्रिक बस
10 सीएनजी बसें
2 अन्य श्रेणी की एसी बसें
20 टाटा की साधारण बसें
43 आयशर कंपनी की बसें
400 बीएस-6 बसें
11 इंटरसेप्टर वाहन (सड़क सुरक्षा के लिए)
नई बस सेवा के ज़रिए ग्रामीणों को न केवल बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी, बल्कि छोटे कारोबारियों, फल-सब्जी विक्रेताओं, और दुग्ध उत्पादकों के लिए सामान लाने-ले जाने में भी आसानी होगी। इस सेवा से गांव-शहर की कनेक्टिविटी मजबूत होगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।