रिपोर्ट – प्रवेश पांडेय
उत्तर प्रदेश – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या दौरे के दूसरे दिन सरयू अतिथि गृह से निकलकर सीधे सरयू घाट/राम कथा पार्क स्थित पूज्य परमहंस रामचंद्र दास महाराज के समाधि स्थल पहुंचे। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के प्रथम अध्यक्ष ब्रह्मलीन परमहंस रामचंद्र दास महाराज की 21वीं पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी।
बता दें कि मुख्यमंत्री दिगम्बर अखाड़ा में आयोजित ब्रह्मलीन परमहंस रामचंद्र दास जी की 21वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम में पहुंचे।और राम मंदिर आन्दोलन के पुरोधा साकेतवासी रामचंद्र दास परमहंस जी महराज के 21वीं पुण्यतिथि पर दिगम्बर अखाड़ा परिसर में परमहंस जी महराज की मूर्ति का अनावरण किया। इसके साथ ही पौधरोपण भी किया।
आयोजित कार्यक्रम में अपना सम्बोधन देते हुये सीएम योगी ने कहा कि गौरक्ष पीठ गुरु पूज्य महंत अवेद्यनाथ के साथ दिगंबर अखाड़ा के ब्रह्मलीन परमहंस रामचंद्र दास भी राम जन्मभूमि के अगुआ रहे हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के परम भक्त पूज्य ब्रह्मलीन परमहंस रामचंद्र दास का पूरा जीवन रामजन्मभूमि के लिए समर्पित रहा। उन्होंने इस आंदोलन को जीवन का मिशन बनाया। संतों का संकल्प एक साथ एक स्वर में बढ़ा तो अयोध्या में मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ।
उन्होंने कहा, मेरा सौभाग्य है कि 21 वर्ष बाद ही सही, उनकी प्रतिमा के स्थापना का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ है। वहीं जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य जी महराज के द्वारा अयोध्या में साकेतवासी परमहंस महराज के नाम से चौराहा भी बनाने की माग की।बांग्लादेश में हुई दंगा को लेकर भी संतो ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।