डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की घोषणा के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं को संगठन और चुनावी तैयारी को लेकर स्पष्ट दिशा दी। अपने संबोधन में सीएम योगी ने मतदाता सूची, बूथ स्तर की मजबूती और 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को सक्रिय रहने की नसीहत दी। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी लगभग 25 करोड़ है, जिसके अनुसार कम से कम 65 प्रतिशत लोगों के नाम वोटर लिस्ट में होने चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 18 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या करीब 16 करोड़ है, लेकिन एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के बाद सिर्फ 12 करोड़ नाम सामने आए हैं। 2025 की मतदाता सूची में यह संख्या 15 करोड़ 44 लाख थी। यानी संख्या बढ़ने के बजाय घट गई है और करीब चार करोड़ मतदाता मिसिंग हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इनमें से 85 से 90 प्रतिशत मतदाता भाजपा के समर्थक हो सकते हैं।
चार श्रेणियों का किया जिक्र
सीएम योगी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि इस अंतर को चार श्रेणियों में समझें जहां फॉर्म नहीं पहुंचा, जहां नाम छूट गया, शिफ्ट किए गए मतदाता और फर्जी नाम। उन्होंने कहा कि अभी 12 दिन बचे हैं, इनका बेहतर उपयोग करें। चुनाव बूथ पर लड़ा जाता है, इसलिए बूथ को मजबूत बनाना जरूरी है। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट की जांच करें, हर बूथ पर 200 से 250 घर होते हैं, कार्यकर्ता आसानी से सत्यापन कर सकता है।
मतदाता सूची में बांग्लादेशी नागरिकों के नाम थे दर्ज
फर्जी मतदाताओं का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक जिले के दौरे में उन्होंने मतदाता सूची में बांग्लादेशी नागरिकों के नाम भी देखे। कहीं मतदाता की उम्र 20 साल और पिता की उम्र 30 साल दर्ज थी, जो स्पष्ट रूप से फर्जी है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों पर सख्ती से आपत्ति दर्ज कराई जाए। सीएम योगी ने आह्वान किया कि छूटे हुए मतदाताओं के फॉर्म तुरंत भरवाए जाएं। इससे चुनाव के वक्त की तीन-चौथाई मेहनत पहले ही पूरी हो जाएगी। इसके बाद चुनाव के समय केवल जनता को भाजपा सरकार के कामों की जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा कि यही रणनीति 2027 में भाजपा को तीन-चौथाई बहुमत दिला सकती है।