CM मोहन यादव ने उज्जैन में नए मेडिकल कॉलेज की रखी नींव, कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- 40 साल पहले बन जाना चाहिए था

KNEWS DESK-  मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में नए शासकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए भूमि पूजन की तारीख का ऐलान किया है। 21 नवंबर को होने वाले इस भूमि पूजन समारोह को लेकर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि उज्जैन में मेडिकल कॉलेज की स्थापना में इतनी देरी कांग्रेस सरकार के शासनकाल के कारण हुई है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 1967 का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय उज्जैन में मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग इतनी जोरदार थी कि तीन दिनों तक उज्जैन बंद भी रहा था, लेकिन कांग्रेस सरकार के चलते यह मांग 40 साल तक लंबित रही। उन्होंने कहा, “अगर उस समय इस मुद्दे पर सही ध्यान दिया गया होता, तो आज उज्जैन में मेडिकल कॉलेज पहले ही बन चुका होता।”

शिवराज सरकार के समय मिली थी स्वीकृति

मध्य प्रदेश में कांग्रेस शासन के दौरान मेडिकल कॉलेज की मांग तो उठाई गई, लेकिन 2000 के दशक में बीजेपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में इस कॉलेज के निर्माण के लिए स्वीकृति दी गई थी। हालांकि, जमीन चयन को लेकर कई दिक्कतें आईं और यह मामला लटका रहा। अब, डॉ. मोहन यादव की सरकार ने शासकीय अस्पताल परिसर में मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल उज्जैन और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने और चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में अहम साबित होगा।”

उज्जैन में केवल एक निजी मेडिकल कॉलेज

उज्जैन की बात करें तो यहां फिलहाल केवल एक निजी मेडिकल कॉलेज है, जबकि शासकीय मेडिकल कॉलेज के अभाव में यहां के लोगों को इलाज और चिकित्सा शिक्षा के लिए अन्य शहरों का रुख करना पड़ता है। नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण से न केवल जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, बल्कि चिकित्सा शिक्षा का एक नया केंद्र भी स्थापित होगा।

कांग्रेस ने की राजनीति

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मुकेश नायक ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य में पिछले 20 वर्षों से बीजेपी की सरकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कांग्रेस सरकारों को दोषी ठहरा रहे हैं, जबकि राज्य में बीजेपी के शासन में भी यह कॉलेज लंबित रहा। उन्होंने कहा, “यह मुद्दा हमेशा से राजनीतिक बहस का हिस्सा रहा है और बीजेपी अपनी नाकामी छिपाने के लिए कांग्रेस को दोषी ठहरा रही है।”

अब, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 21 नवंबर को उज्जैन में नए मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि पूजन करेंगे। यह कदम न केवल उज्जैन, बल्कि पूरे मालवा क्षेत्र के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। इसके साथ ही, प्रदेश के लोगों को एक और बड़ा फायदा यह होगा कि वे अब उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाओं के लिए अन्य शहरों की ओर रुख करने के बजाय अपने घर के पास ही ये सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना से उज्जैन की चिकित्सा प्रणाली में सुधार होगा और क्षेत्र के छात्रों को भी चिकित्सा शिक्षा के बेहतरीन अवसर मिलेंगे।

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