KNEWS DESK- कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक मृत महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के शरीर पर मिले चोटों से संकेत मिल रहे हैं कि उनकी हत्या से पहले यौन उत्पीड़न हुआ था। इस घातक घटना के बाद पुलिस ने रेप और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण और घृणित” बताते हुए कहा कि डॉक्टरों का गुस्सा जायज है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पीड़ित के परिवार से बात की है और उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ममता ने मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने का निर्देश दिया है और कहा है कि अगर जरूरत पड़ी, तो आरोपियों को फांसी दी जाएगी, हालांकि वे खुद फांसी की सजा की समर्थक नहीं हैं।
विपक्षी दल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच की मांग की है। इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें सीबीआई जांच से कोई आपत्ति नहीं है, और अगर आवश्यक हुआ तो सीबीआई जांच की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के शरीर पर गंभीर चोटें पाई गई हैं, जिनमें प्राइवेट पार्ट्स, चेहरे, होंठ, गर्दन, पेट, उंगलियों और टखने शामिल हैं। दूसरी वर्ष की स्नातकोत्तर मेडिकल छात्रा ने कथित तौर पर गुरुवार रात का खाना खाने के बाद सेमिनार हॉल में अध्ययन करने के लिए चली गई थी। अगली सुबह उसे बेहोशी की हालत में पाया गया।
इस घटना पर फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के भीतर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे अपने कामकाज को बंद करने और अन्य कड़े कदम उठाने पर विचार करेंगे। यह घटना मेडिकल क्षेत्र और समाज में एक गहरी चिंता का विषय बन गई है, और इसके समाधान के लिए तीव्र और प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
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