डिजिटल डेस्क- कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में फुटबॉल दिग्गज लियोनेल मेसी से जुड़े कार्यक्रम के दौरान हुई अव्यवस्था ने पश्चिम बंगाल की राजनीति और खेल जगत में हलचल मचा दी है। प्रीमियम टिकट लेकर पहुंचे हजारों दर्शक उस समय भड़क उठे, जब लियोनेल मेसी मैदान में महज 10 मिनट से भी कम समय रुकने के बाद वापस लौट गए। नाराज फैन्स ने स्टेडियम में विरोध प्रदर्शन किया, बोतलें फेंकीं और कई होर्डिंग्स को नुकसान पहुंचाया। हालात इतने बिगड़ गए कि सुरक्षा एजेंसियों को हस्तक्षेप करना पड़ा। घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पूरे मामले पर भावुक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के जरिए लियोनेल मेसी और उनके प्रशंसकों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। ममता बनर्जी ने लिखा कि साल्ट लेक स्टेडियम में जो कुप्रबंधन देखने को मिला, उससे वह बेहद व्यथित और स्तब्ध हैं। उन्होंने इसे राज्य की प्रतिष्ठा से जुड़ा मामला बताते हुए कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए वह दिल से क्षमा चाहती हैं।
गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ने बताया कि वह स्वयं हजारों फुटबॉल प्रेमियों के साथ विवेकानंद युवभारती क्रीड़ांगन की ओर जा रही थीं, तभी उन्हें वहां अव्यवस्था और बेकाबू भीड़ की खबरें मिलीं। हालात की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तुरंत उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। ममता बनर्जी ने इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज जस्टिस आशिम कुमार रे की अध्यक्षता में एक हाई-लेवल जांच कमेटी के गठन की घोषणा की। इस कमेटी में राज्य के मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह एवं पहाड़ी मामले) को सदस्य बनाया गया है। कमेटी को पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच करने, जिम्मेदारी तय करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस सिफारिशें देने का निर्देश दिया गया है।
विपक्ष ने बोला ममता बनर्जी पर हमला
वहीं, इस मुद्दे पर विपक्ष ने ममता सरकार पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई ने इसे तृणमूल सरकार का गंभीर कुप्रबंधन करार देते हुए कहा कि इस घटना ने बंगाल की समृद्ध फुटबॉल संस्कृति को ठेस पहुंचाई है। बीजेपी ने सोशल मीडिया पर स्टेडियम में बेकाबू भीड़ के वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजनों को संभालने में पूरी तरह विफल रही। बीजेपी के राष्ट्रीय आईटी प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना को “बड़ा अपमान” और “मेजर स्कैम” बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि 8,000 से 10,000 रुपये तक के टिकट खरीदने वाले दर्शकों को गुमराह किया गया और खराब प्रबंधन के कारण मेसी को कार्यक्रम अधूरा छोड़ना पड़ा। मालवीय ने राज्य के खेल मंत्री अरूप बिस्वास से इस्तीफे की मांग भी की।