KNEWS DESK- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लगा है| कोर्ट ने सीएम की उस याचिका को ख़ारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने शुगर लेवल घटने बढ़ने को लेकर डॉक्टर से 15 मिनट की मुलाकात की मांग की थी| हालांकि राउज एवेन्यू की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने अरविंद केजरीवाल को इन्सुलिन देने या न देने के लिए तिहाड़ जेल को AIIMS के डॉक्टरों की देखरेख में मेडिकल बोर्ड का गठन करने का निर्देश दिया है|
इस मामले पर कोर्ट ने आदेश में कहा कि यदि अरविंद केजरीवाल को जेल में स्पेशल कंसल्टेशन की जरुरत होती है तो तिहाड़ जेल के अधिकारी एम्स के निदेशक द्वारा गठित मेडिकल बोर्ड से परामर्श करेंगे| गठित मेडिकल बोर्ड उनको इन्सुलिन दिए जाने के बारे में फैसला लेगा| बोर्ड केजरीवाल के लिए खाने का प्लान और डाइट निर्धारित करेगा| उनको तिहाड़ जेल में घर का खाना जारी रहेगा|
♦अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से झटका
♦वीडियो कॉल पर डॉक्टर से परामर्श की नहीं मिली इजाजत#ArvindKejiwal #AamAadmiParty pic.twitter.com/0jGYkQVQzo
— Knews (@Knewsindia) April 22, 2024
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने अपने डॉक्टर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये मुलाकात की मांग की थी| उन्होंने शुगर लेवल और इन्सुलिन न मिलने को लेकर एक चिट्ठी जेल सुप्रिडेंट के नाम पर लिखी थी| उन्होंने चिट्ठी में लिखा था कि मैंने अखबार में तिहाड़ प्रशासन का बयान पढ़ा, जिसके बाद बहुत दुख हुआ| प्रशासन के बयान झूठे हैं| मैं रोज इन्सुलिन मांग रहा हूं|
उन्होंने आगे लिखा था कि तिहाड़ प्रशासन का पहला बयान था कि मैंने इन्सुलिन का मुद्दा कभी नहीं उठाया| ये एकदम झूठ है| मैं पिछले 10 दिनों से ये मुद्दा उठा रहा हूं| जब भी डॉक्टर आते हैं तब मैं कहता हूं कि मेरा शुगर लेवल काफी बढ़ा हुआ है| मैंने ग्लूको-मीटर की रीडिंग दिखाई| शुगर लेवल 250-320 के बीच जाता है| मैंने बताया कि फास्टिंग का शुगर लेवल रोज 160-200 पर है| मैंने रोज इन्सुलिन की मांग की है| तो आप झूठ कैसे कह सकते हैं कि मैंने कभी इन्सुलिन का मुद्दा नहीं उठाया|