पुणे हिंसा पर बोले CM फडणवीस! कहा – ‘तनाव की शुरुआत एक बाहरी व्यक्ति…’

KNEWS DESK – पुणे जिले के दौंड तालुका स्थित यवत गांव में दो गुटों के बीच उत्पन्न सांप्रदायिक तनाव ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। मामले की शुरुआत सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक पोस्ट से हुई, जिसमें दावा किया गया था कि एक पुजारी द्वारा यौन शोषण किया गया। इसके बाद गांव में तनाव फैल गया और हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज तक करना पड़ा।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने दी जानकारी

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया, “तनाव की शुरुआत एक बाहरी व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर स्टेटस पोस्ट करने से हुई, जिसमें एक पुजारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया। इसके बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और सड़क पर उतर आए।”

उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है, और दोनों समुदायों के प्रतिनिधि आपसी संवाद के ज़रिए तनाव को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जानबूझकर माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया वीडियो से फैला भ्रम

फडणवीस ने स्पष्ट किया कि कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन्हें यवत से जोड़कर दिखाया जा रहा है, जबकि वे कहीं और के हो सकते हैं। “हम इसकी जांच करेंगे कि ये वीडियो वास्तव में यवत के हैं या नहीं। अफवाहों से बचें और कानून को अपने हाथ में न लें।”

विधायक राहुल कूल और अजित पवार मौके पर

दौंड विधायक राहुल कूल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से यवत में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ था। प्रशासन लगातार संवाद के माध्यम से स्थिति सामान्य करने की कोशिश कर रहा था। वहीं, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने स्वयं यवत गांव का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा, “मैंने स्थानीय नागरिकों और पुलिस प्रशासन से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने समय पर कार्रवाई की और अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।” पवार ने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। उन्होंने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की।

विपक्ष ने भी उठाए सवाल

विधायक जितेंद्र आव्हाड ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र जैसे शांतिप्रिय राज्य में ऐसे इलाकों में सांप्रदायिक तनाव फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है, जहाँ पहले कभी ऐसी घटनाएं नहीं हुईं। यह राजनीतिक लाभ के लिए सामाजिक तानेबाने को तोड़ने का प्रयास है।”

यवत में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन ने कर्फ्यू लागू कर लोगों से संयम बरतने और सहयोग देने की अपील की है।