पुणे पुल हादसे पर CM देवेंद्र फडणवीस का पहला बयान, कहा – ‘2 की मौत, 32 पर्टयक घायल, 6 का रेस्क्यू’

KNEWS DESK –   पुणे के तलेगांव क्षेत्र के कुंडमाल गांव के पास इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल रविवार को अचानक ढह गया, जिससे बड़ा हादसा हो गया। भारी बारिश और नदी में तेज बहाव के चलते यह पुल ध्वस्त हो गया। हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 से 25 पर्यटकों के नदी में बहने की आशंका जताई जा रही है। रेस्क्यू टीम ने अब तक 6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है और 32 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

पुराना और खस्ताहाल पुल बना हादसे की वजह

स्थानीय लोगों के मुताबिक यह पुल काफी पुराना और जर्जर हालत में था। पिछले कुछ महीनों से इसे वाहनों की आवाजाही के लिए बंद भी कर दिया गया था, लेकिन रविवार को भारी बारिश के कारण जब नदी का जलस्तर बढ़ा तो दर्जनों लोग इस दृश्य को देखने के लिए पुल पर चढ़ गए। कुछ लोग तो बाइक के साथ भी पुल पर पहुंच गए। भीड़ और अतिरिक्त भार की वजह से पुल ढह गया और लोग नदी में गिर गए।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का पहला बयान

पुणे हादसे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, “मावल में पुल ढहने की घटना बेहद दुखद है। मैंने डिविजनल कमिश्नर, तहसीलदार और पुलिस कमिश्नर से बात की है। कुछ लोगों को अस्पताल भेजा गया है, कुछ अभी फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम मौके पर है और राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है।” सीएम ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की और कहा कि रेस्क्यू टीमें लगातार लोगों को खोजने में जुटी हुई हैं।

डिप्टी सीएम अजीत पवार का बयान

राज्य के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने हादसे को “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया। उन्होंने कहा, “स्थानीय नागरिक और प्रशासन राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं। हादसे की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

शिवसेना (UBT) ने ठहराया प्रशासन को दोषी

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने हादसे के लिए सीधे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “यह हादसा प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। पुल की हालत खराब होने के बावजूद समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”