KNEWS DESK- आज यानी 8 फरवरी को संसद में केंद्र सरकार श्वेत पत्र पेश कर सकती है। जिसमें यूपीए सरकार की आर्थिक नाकामियों का लेखा- जोखा है। इस श्वेतपत्र को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में पेश करेंगी। आपको बता दें कि संसद में चल रहा बजट सत्र 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र है।
क्या है श्वेत पत्र लाने की वजह?
केंद्र सरकार श्वेत पत्र पेश कर रही है जिसमें यूपीए सरकार की आर्थिक नाकामियों का लेखा- जोखा है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा था कि जब मोदी सरकार आई तब देश संकट में था जिसके बाद कठिन प्रयास करके इस पर काबू पाया गया और तभी वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ये ऐलान किया कि सरकार एक श्वेत पत्र पेश करेगी जिसमें यूपीए सरकार की आर्थिक नाकामियों का लेखा- जोखा है। इस दौरान संसदीय वित्त समिति के अध्यक्ष और भाजपा के जयंत सिन्हा ने ये कहा कि केंद्र सरकार 2014 में देश की खराब आर्थिक स्थिति को उजागर करेगी और ये साफ करेगी कि मोदी सरकार ने कैसी देश की बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति को सुधारा है।
क्या होता है श्वेत पत्र?
श्वेत पत्र एक रिपोर्ट होती है जिसमें सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और मुद्दों के बारे में बताया जाता है। सफेद रंग इसलिए चुना जाता है क्योंकि सफेद रंग शांति और ईमानदारी का प्रतीक होता है। कोई भी सरकार मुद्दों पर चर्चा करने और कार्रवाई का सुझाव देने के लिए एक श्वेत पत्र लाती हैं।
बजट सत्र का बढ़ाया गया समय
संसद में चल रहा बजट सत्र बढ़ाकर 10 फरवरी तक कर दिया गया है। इस बात की जानकारी खुद राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने दी साथ ही ये भी बताया कि इस दौरान न तो शून्यकाल होगा और न ही प्रश्नकाल होगा। इस दिन केवल कुछ जरुरी सरकारी कामकाज निपटाए जाएंगे।
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