KNEWS DESK- महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की सरकार में आगामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर महत्वपूर्ण खबरें सामने आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार, आगामी रविवार (15 दिसंबर) को नागपुर में इस विस्तार का ऐलान किया जा सकता है। इस दौरान गठबंधन की तीन प्रमुख पार्टियों के बीच विभागों का बंटवारा तय होगा, जिसमें शिवसेना को एक महत्वपूर्ण मंत्रालय सौंपे जाने की संभावना जताई जा रही है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के बीच विभागों का पुनः बंटवारा होगा। सूत्रों की मानें तो इस बार शिवसेना को आवास मंत्रालय दिया जा सकता है। यह मंत्रालय शिवसेना के लिए एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है, क्योंकि पार्टी के नेता लंबे समय से अपने लिए गृह मंत्रालय जैसे अहम विभाग की मांग कर रहे थे। हालांकि, वर्तमान में सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय बीजेपी के पास ही रह सकता है, जैसा कि पिछली बार था जब यह मंत्रालय देवेंद्र फडणवीस के पास था।
बीजेपी की योजना के तहत, दोनों सहयोगी दलों को वही विभाग मिल सकते हैं जो उन्हें पिछली महायुति सरकार में मिले थे। हालांकि, शिवसेना को एक अतिरिक्त मंत्रालय भी दिया जा सकता है, ताकि गठबंधन में संतुलन बना रहे। साथ ही, बीजेपी मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरे भी शामिल किए जा सकते हैं, जिससे पार्टी को चुनावी दृष्टि से भी लाभ हो।
एकनाथ शिंदे को मिल सकता है महत्वपूर्ण मंत्रालय
पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना को इस मंत्रिमंडल विस्तार में एक महत्वपूर्ण विभाग मिलने की संभावना है। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को बीजेपी द्वारा एक अतिरिक्त मंत्रालय दिए जाने की बात की जा रही है, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। इसके अलावा, अजित पवार को एक बार फिर वित्त मंत्रालय मिलने की संभावना जताई जा रही है।
एकनाथ शिंदे ने गृह मंत्रालय की मांग की थी
महाराष्ट्र में सरकार गठन के बाद से ही एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने गृह मंत्रालय जैसी महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो की मांग की थी। पार्टी के नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा था कि यदि उन्हें पसंद का मंत्रालय नहीं दिया गया, तो वे दिल्ली जाकर आलाकमान से बात करेंगे। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने के बजाय गृह मंत्रालय की प्राथमिकता दी थी, क्योंकि राज्य की पुलिस गृह मंत्रालय के तहत आती है।
इस बीच, महाराष्ट्र में महायुति के अन्य सहयोगी दलों, जैसे एनसीपी और बीजेपी, के बीच विभागों का बंटवारा भी जल्द तय हो जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार से यह स्पष्ट होगा कि बीजेपी अपने प्रमुख विभागों को अपने पास रखेगी, जबकि शिवसेना और एनसीपी को उन विभागों की जिम्मेदारी दी जाएगी, जिनकी वे पिछले कार्यकाल में भी हकदार रहे थे। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, आगामी मंत्रिमंडल विस्तार महाराष्ट्र की राजनीति में एक अहम मोड़ साबित हो सकता है, जिसमें शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी के बीच गठबंधन की नई दिशा स्पष्ट होगी।
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