KNEWS DESK- मध्यप्रदेश की बिजनेस सिटी इंदौर में हाल ही में बंपर नौकरियों की पेशकश की गई है। इंदौर के इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आईटीआई) को कंपनियों ने 10,000 योग्य उम्मीदवारों की तलाश करने के लिए कहा है। यह नौकरियां मुख्य रूप से पीथमपुर, इंदौर, और देवास में स्थित उद्योगों के लिए हैं, जो शीघ्र ही कर्मचारियों की भर्ती करने की योजना बना रहे हैं।
तीन प्रमुख क्षेत्रों में अवसर
आईटीआई इंदौर के नंदानगर में स्थित संभागीय कार्यालय ने बताया कि इन नौकरियों का अधिकांश हिस्सा कपड़ा उद्योग में है। अर्ध-कुशल और कुशल श्रेणियों में काम करने वाले युवाओं की आवश्यकता है। कपड़ा उद्योग के बाद, ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग क्षेत्र में भी नौकरियों के अवसर बढ़ रहे हैं।
सितंबर से प्लेसमेंट ड्राइव की शुरुआत
आईटीआई इंदौर की प्रशिक्षण और प्लेसमेंट अधिकारी मीना लोहिया ने जानकारी दी कि उन्हें कुशल और अर्ध-कुशल श्रेणियों में 10,476 कार्यबल पदों के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा, “कपड़ा और परिधान उद्योग में कई नई कंपनियां आ रही हैं, और हमें लगभग सभी नौकरी प्रोफाइल में अवसर मिल रहे हैं। हम न केवल अपने क्षेत्र से बल्कि पूरे राज्य के अन्य केंद्रों से भी छात्रों की पहचान कर रहे हैं।”
संस्थान ने बताया कि कर्मचारियों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सितंबर से कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव शुरू करने की योजना बनाई गई है। इस ड्राइव के माध्यम से विभिन्न औद्योगिक केंद्रों में कार्यरत कंपनियों की मांग पूरी की जाएगी।
जितनी नौकरियों की मांग उतनी ही अधिक आवश्यकता
संभागीय आईटीआई नंदानगर ने पीथमपुर, देवास, धार, इंदौर और अन्य औद्योगिक केंद्रों में उद्योगों की मांग को पूरा करने के लिए छात्रों की पहचान शुरू कर दी है। उद्योगों की मांग के अनुसार, सबसे अधिक आवश्यक नौकरियों में मशीनिस्ट, फिटर, वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन, टर्नर, बढ़ई, मोटर मैकेनिक और डीजल मैकेनिक शामिल हैं।
युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर
यह अवसर इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों के युवाओं के लिए सुनहरा अवसर साबित हो सकता है। आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके युवा अब इन उद्योगों में स्थायी रोजगार प्राप्त करने के लिए तैयार हैं। सरकार और आईटीआई के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि योग्य उम्मीदवारों को उनके कौशल के अनुसार उचित अवसर मिल सके। इन नई नौकरियों के अवसरों से न केवल क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि युवाओं को स्थिर रोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का भी मौका मिलेगा।