KNEWS DESK- चंडीगढ़ में हुए मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार हरप्रीत कौर ने जीत हासिल की है। खास बात यह रही कि उन्हें कुल 16 पार्षदों के समर्थन के बावजूद 19 वोट मिले, जिससे यह संकेत मिलता है कि इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई थी। हरप्रीत कौर की जीत ने बीजेपी को चंडीगढ़ नगर निगम में महत्वपूर्ण राजनीतिक बढ़त दिलाई है।
इस चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मुख्य प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस थे। हालांकि, बीजेपी को समर्थन देने वाले पार्षदों की संख्या 16 थी, लेकिन उन्हें 19 वोट मिलना यह दर्शाता है कि कुछ पार्षदों ने पार्टी के विरोध में वोट दिया या फिर अन्य दलों के पक्ष में मतदान किया।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव पिछले कुछ समय से विवादों में रहा है, खासकर पिछले चुनावों में हुई धांधली के आरोपों के कारण। पिछली बार के चुनाव में हुए कथित अनियमितताओं के चलते मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था, जहां कोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया था और चुनाव प्रक्रिया की समीक्षा की थी।
हरप्रीत कौर की जीत को बीजेपी के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब चंडीगढ़ में राजनीतिक माहौल काफी उथल-पुथल वाला रहा है। इस जीत के बाद बीजेपी नेता अपनी पार्टी के आंतरिक सहयोग और रणनीतिक कदमों की सराहना कर रहे हैं, जबकि विपक्षी दलों ने क्रॉस वोटिंग के आरोपों पर सवाल उठाए हैं। अब देखना यह होगा कि इस चुनाव के बाद चंडीगढ़ नगर निगम में राजनीतिक समीकरण कैसे बदलते हैं और आगामी चुनावों में क्या असर पड़ता है।
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