KNEWS DESK, उमेश पाल अपहरण केस में प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट का फैसला आ गया है| इस 17 साल पुराने इस मामले में कोर्ट ने अतीक अहमद समेत तीन लोगों को दोषी करार दिया गया है| जबकि 7 लोगों को दोषमुक्त कर दिया गया है इनमें अतीक अहमद का भाई अशरफ भी शामिल हैं| कोर्ट ने जिन तीन लोगों को दोषी करार दिया है उनमें अतीक अहमद, उसका वकील खाम सौलत हनीफ और दिनेश पासी जो उस वक्त का कॉर्पोरेटर हुआ करता था का नाम शामिल है| अदालत के फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं|
अतीक अहमद को दोषी करार दिए जाने के बाद बीजेपी के राज्य सभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि “उत्तर प्रदेश में कानून का राज है दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा फिर वह कोई भी क्यों ना हो|”
उमेश पाल हत्याकांड के बाद यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि “वो माफियाओं को बख्शेगे नहीं. ऐसे माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा|”
वहीं बस्ती से बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि “इस फैसले के बाद अब न्याय की उम्मीद बढ़ गई और उत्तर प्रदेश में योगी जी कानून का राज स्थापित करने में लगे हैं|”
अतीक अहमद की सजा पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि “योगी सरकार में अतीक के खौफ का अंत हुआ है अभियोजन पक्ष ने मजबूती से कोर्ट में पक्ष रखा, ये योगी सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति से संभव हुआ है| एक समय था जब अतीक के मामले में सुनवाई से दर्जनभर न्यायाधीशों ने अपने आप को अलग कर लिया था, आज न्याय हुआ है| माफिया को मिट्टी में मिलाने का संकल्प पूरा करके रहेंगे|”
उमेश पाल अपहरण केस में अदालत ने जब अतीक अहमद समेत 3 को इस मामले में दोषी करार दिया तो अतीक अहमद सन्न रह गया| अतीक चुपचाप कोर्ट में नीचे की ओर नजर करके खड़ा रहा| उसने एक बार भी जज की ओर नजर उठाकर नहीं देखा, वहीं कोर्ट ने जब उसके भाई अशरफ को दोषमुक्त किया तो उसकी आंखों से आंसू छलक उठे| दूसरी तरफ अतीक अहमद को लेकर कोर्ट में अधिवक्ताओं के बीच भी खासी नाराजगी देखने को मिली| कोर्ट की लॉबी में अधिवक्ता अतीक अहमद को फांसी देने की मांग करते हुए नजर आए| इस दौरान यहां खूब नारेबाजी देखने को मिली|