बीजेपी दल नहीं छल है… रूझानों के बीच आई अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया

डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राजनीतिक माहौल को बेहद गर्म कर दिया है। जैसे-जैसे रुझान सामने आ रहे हैं, विपक्षी खेमे में प्रतिक्रिया तेज हो गई है। इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और पीडीए गठबंधन के प्रमुख चेहरे अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला है। अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा कि बिहार में जिस प्रकार वोटिंग से लेकर मतगणना तक कई अनियमितताएँ देखने को मिलीं, उससे चुनावी साज़िश की आशंका गहरी हो गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में जो खेल SIR ने किया है, वो पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और बाकी जगह अब नहीं हो पाएगा क्योंकि इस चुनावी साज़िश का भंडाफोड़ हो चुका है। हम आगे ये खेल इनको नहीं खेलने देंगे।

विपक्ष को टेक्नोलॉजी और निगरानी तंत्र का अधिक इस्तेमाल करना होगा- अखिलेश यादव

उनका यह बयान स्पष्ट संकेत देता है कि विपक्ष अब आने वाले राज्यों के चुनावों में भाजपा को और अधिक चुनौती देने की तैयारी कर रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार चुनाव ने यह समझा दिया है कि चुनावी मशीनरी के दुरुपयोग को रोकने के लिए विपक्ष को टेक्नोलॉजी और निगरानी तंत्र का अधिक इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि CCTV की तरह हमारा PPTV यानी पीडीए प्रहरी चौकन्ना रहकर भाजपाई मंसूबों को नाकाम करेगा। भाजपा दल नहीं, छल है। उनका यह बयान भाजपा की चुनावी रणनीतियों पर बड़े हमले के रूप में देखा जा रहा है। अखिलेश ने यह भी जोड़ा कि विपक्ष अब बूथ स्तर से लेकर मतगणना केंद्र तक अपनी निगरानी टीमें तैनात करेगा, ताकि किसी भी प्रकार का चुनावी खेल न चल सके।

लोकतंत्र पर अखिलेश का प्रश्नचिह्न

अखिलेश यादव के अनुसार, बिहार के परिणाम सिर्फ एक राज्य का निर्णय नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न हैं। उन्होंने कहा कि जनता का भरोसा बचाने के लिए चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता अनिवार्य है और विपक्ष इस दिशा में सामूहिक प्रयास करेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संस्थागत तंत्र और चुनावी प्रबंधन में भाजपा की ओर झुकाव दिखाई दिया, जिसकी जांच आवश्यक है। सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि पीडीए गठबंधन अब देशभर में “चुनावी सतर्कता अभियान” शुरू करेगा, जिसमें कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा कि वे चुनावी प्रक्रिया की निगरानी कैसे करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत करें।