KNEWS DESK- दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने सोमवार यानी आज कहा कि भाजपा दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति को स्वीकार नहीं कर पाई और इसलिए उसने 2 जुलाई को एक अधिसूचना जारी करके दिल्ली के 5000 से अधिक सरकारी स्कूल शिक्षकों के तबादले का आदेश दे दिया।
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने कहा कि मैं दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों, दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों और उनके अभिभावकों को बधाई देना चाहती हूं क्योंकि उनके संघर्ष को सफलता मिली है। आज सुबह दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें 2 जुलाई को जारी 5000 से अधिक सरकारी स्कूल शिक्षकों के तबादले के आदेश पर रोक लगा दी गई है।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति की तुलना भाजपा शासित राज्यों के सरकारी स्कूलों से करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश के स्कूलों को देखिए। इन सभी राज्यों में सरकारी स्कूल खस्ताहाल हैं। गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपने बच्चों को वहां के सरकारी स्कूलों में नहीं भेजना चाहता। दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल की सरकार है, जिसकी पिछले दस सालों की मेहनत का नतीजा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूल यहां के निजी स्कूलों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।” स्कूली शिक्षकों के तबादले के आदेश को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में आई क्रांति को पचा नहीं पाई। इसलिए भाजपा ने गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस क्रांति में शामिल शिक्षकों को दबाने की साजिश रची।
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