डिजिटल डेस्क- जब से राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर वोट चोरी के सबूत देश के सामने पेश किए हैं, तब से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। वहीं बिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लगातार वोट चोरी के मामले में अपनी पकड़ बनाते हुए लगातार भाजपा और एनडीए नेताओं के पास दो वोटर कार्ड होने के दावे और सबूत पेश कर रहे हैं। पूर्व में जहां उन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और महापौर निर्मला सिंह और उनके देवरों के पास दो वोटर कार्ड होने का दावा पेश करते हुए सबूत दिया था, वहीं आज फिर से उन्होंने भाजपा के एक नेता के पास दो वोटर कार्ड होने का दावा पेश किया और इसके सबूत भी दिए। तेजस्वी ने इस बार वैशाली से एनडीए की सांसद और चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (रामविलास) की वीणा देवी पर निशाना साधा है।
अलग-अलग इपिक कार्ड, दर्ज है अलग-अलग उम्र
तेजस्वी यादव ने बीते बुधवार देर रात अपने X (Twitter) अकाउंट पर दावा किया कि सांसद वीणा देवी के पास दो अलग-अलग वोटर आईडी और ईपिक नंबर हैं। उनके मुताबिक, एक आईडी का नंबर UTO1134543 है, जबकि दूसरा GSB1037894। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि वीणा देवी के नाम पर दो अलग-अलग जिलों और दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में वोट दर्ज हैं। इतना ही नहीं, दोनों वोट अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में भी दर्ज हैं और वोटर लिस्ट में उनकी उम्र भी अलग बताई गई है, एक जगह 54 साल और दूसरी जगह 55 साल है।
साइन को लेकर उठाए सवाल
तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर वीणा देवी के दोनों EPIC नंबर पोस्ट करके चुनाव आयोग से पूछा है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण में इन्होंने दो अलग-अलग फॉर्म पर दो अलग-अलग साइन किए होंगे। इन दो अलग-अलग फॉर्म पर चुनाव आयोग ने साइन किए कि सांसद साहिबा ने खुद साइन किए। चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित नई ड्राफ्ट सूची में दो अलग-अलग उम्र के साथ, दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, दो अलग-अलग विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दो अलग-अलग उम्र के साथ इनके दो अलग-अलग वोट कैसे बन गए?