KNEWS DESK – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मकर संक्रांति के मौके पर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के कार्यालय में आयोजित दही-चूड़ा भोज में शामिल होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन जब वे पहुंचे, तो वहां उनका स्वागत करने वाला कोई और नहीं, बल्कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता थे। चिराग पासवान खुद अपने ऑफिस से गायब थे, जिससे यह कार्यक्रम अचानक ही दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया।
क्यों गायब हो गए चिराग पासवान?
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मकर संक्रांति के इस भोज में आमंत्रित करने वाले चिराग पासवान खुद इस मौके पर मौजूद नहीं थे। जब नीतीश कुमार लोजपा कार्यालय पहुंचे, तो पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया, लेकिन चिराग पासवान वहां नहीं थे। मुख्यमंत्री ने राम विलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित की और कुछ देर उनके इंतजार के बाद बिना दही-चूड़ा खाए कार्यालय से लौट गए। हालांकि, इस दौरान चिराग पासवान के करीबी सहयोगी राजू तिवारी कार्यालय में मौजूद थे, लेकिन चिराग खुद कहीं और थे।
समय से पहले पहुंचे थे नीतीश कुमार
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार को इस भोज में शामिल होने का समय 12 बजे तक तय किया गया था। चिराग पासवान के कार्यकर्ताओं ने इसका आयोजन किया था, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समय से पहले ही वहां पहुंच गए। उनके आगमन की सूचना चिराग पासवान को दी गई, लेकिन इससे पहले कि चिराग पासवान कार्यालय पहुंचते, नीतीश कुमार वहां से वापस लौट गए। चिराग पासवान ने इस भोज में एनडीए के सहयोगी दलों – भाजपा, जदयू, और अन्य नेताओं को भी आमंत्रित किया था।