KNEWS DESK – आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बुधवार, 23 अक्टूबर को पत्रकारों से बातचीत के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह और नीतीश कुमार के शासन में कोई फर्क नहीं है, और दोनों का दृष्टिकोण एक जैसा है। लालू ने स्पष्ट किया कि हिंदू-मुस्लिम एकता बनी रहेगी, और उनके शासन में कोई भी दंगा-फसाद नहीं होगा।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से की तुलना
आपको बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए उनके नेतृत्व की तुलना केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से की। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे दंगा-फसाद कराना चाहते हैं, तो लालू यादव ने कहा, “हम लोगों के रहते दंगा-फसाद कैसे करा देगा?” उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव ने सही कहा है कि अगर कुछ भी हुआ, तो उसकी जिम्मेदारी सीएम नीतीश कुमार की होगी। यह बयान गिरिराज सिंह की ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ और बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार सिंह के विवादित बयान पर टिप्पणी करते हुए आया।
नीतीश कुमार की भूमिका पर सवाल
दरअसल बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को फेसबुक लाइव के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बीजेपी के अन्य नेताओं पर जोरदार हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी दंगा भड़काने की कोशिश कर रही है और यह सब सीमांचल के इलाकों में हो रहा है।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वे दंगाई तत्वों को बढ़ावा दे रहे हैं और उन्हें Y श्रेणी की सुरक्षा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “अगर बिहार में दंगा होता है, तो इसके दोषी सिर्फ नीतीश कुमार होंगे।” उनका यह भी कहना था कि नीतीश कुमार गांधी के सिद्धांतों को छोड़कर नाथूराम गोडसे के वंशजों को आगे बढ़ा रहे हैं।
कांग्रेस का भी नीतीश पर हमला
इस बीच, कांग्रेस ने भी नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब कंफ्यूज हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने आरोप लगाया कि बीजेपी पहले राम-राम करती थी, फिर सनातन का नाम लेती थी, और अब हिंदू-हिंदू की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि यह नीतीश कुमार की भाषा है, और बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह की टिप्पणियों से साफ हो जाता है कि वे बिहार में हिंदू-हिंदू बोलने की जरूरत महसूस कर रहे हैं।