डिजिटल डेस्क- बिहार के नांलदा में एक हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने गए बिहार सरकार में मंत्री श्रवण कुमार और विधायक प्रेम मुखिया को ग्रामीणों ने लाठी-डंडों संग दौड़ा लिया और हमला करने की कोशिश की। बता दें कि सरकार के खिलाफ ग्रामीणों में गुस्सा इस कदर भड़का हुआ था कि उन्होंने मंत्री के काफिले को कुछ दूर तक दौड़ाया। बिगड़ते हालातों को देखते हुए मंत्री श्रवण कुमार और विधायक किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे। ग्रामीणों के साथ झड़प में एक पुलिसकर्मी को हल्की चोटें भी आई हैं। घटना के बाद मलावां गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
दुर्घटना में 9 लोगों की हुई थी मौत
जानकारी के मुताबिक, पिछले शनिवार को दनियामा प्रखंड के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के दनियामा हिलसा सड़क मार्ग पर सुबह-सुबह डंपर एवं ऑटो में जोरदार टक्कर हो गई थी, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी, सभी लोग नालंदा जिला के हिलसा थाना अंतर्गत रेडी मलामा के निवासी थे। सभी लोग उस दिन फतुहा त्रिवेणी में गंगा स्थान के लिए फतुहा जा रहे थे। उसी वक्त हादसा हुआ था और नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। घटना के बाद हिलसा के विधायक कृष्ण मुरारी उर्फ प्रेम मुखिया भी पहुंचे थे।
जैसे पहुंचे गांव, वैसे ग्रामीणों ने दौड़ा लिया
बता दें कि मंत्री श्रवण कुमार और विधायक कृष्ण मुरारी जैसे ही गांव पहुंचे। गांव पहुंचकर करीब आधा घंटे तक मंत्री और विधायक ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इसके बाद जब मंत्री श्रवण कुमार और विधायक वापस लौटने लगे तभी ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। थोड़ी देर में ही ग्रामीण उग्र हो गए और लाठी-डंडों से हमला कर दिया।