बिहार बंद: PM मोदी की मां को गाली देने के विरोध में NDA का विरोध प्रदर्शन, जानिए किन सेवाओं पर पड़ेगा असर

KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां हीराबेन मोदी के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। यह विवाद उस वक्त भड़का जब दरभंगा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान आरजेडी और कांग्रेस के साझा मंच से एक व्यक्ति ने अपशब्द कहे। इस घटना के विरोध में एनडीए ने 4 सितंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है।

एनडीए द्वारा बुलाया गया यह बंद सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। खास बात यह है कि इस बंद की अगुवाई महिला मोर्चा कर रही है। बीजेपी ने इसे देश की हर मां के सम्मान का मामला बताया है।

भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “यह सिर्फ प्रधानमंत्री की मां का नहीं, बल्कि भारत की हर मां का अपमान है। बिहार की जनता इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आम जनता को कम से कम परेशानी हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।

बिहार बंद के दौरान निम्न सेवाओं पर असर पड़ सकता है-

बस सेवाएं: ज्यादातर सरकारी और निजी बसें सड़कों पर नहीं चलेंगी।

रेल सेवाएं: कुछ रूटों पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो सकती है, हालांकि रेलवे सेवाओं को छूट दी गई है।

ऑटो और टैक्सी सेवाएं: स्थानीय परिवहन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।

दुकानें और मॉल: अधिकांश बाजार, मॉल और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रह सकते हैं।

आवश्यक सेवाएं: अस्पताल, एम्बुलेंस, मेडिकल स्टोर, पानी और बिजली जैसी सुविधाओं को बंद से छूट दी गई है।

विवाद की जड़ दरभंगा में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान हुआ भाषण है। मंच से प्रधानमंत्री और उनकी दिवंगत मां को लेकर अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विरोध बढ़ा। जिस व्यक्ति ने यह अभद्र टिप्पणी की थी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे घटनाक्रम से भावुक हो गए। एक जनसभा में उन्होंने कहा, “मेरी उस मां को गाली दी गई, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। जिस मां ने मुझे देश की सेवा में भेजा, उसकी गरिमा को इस तरह कुचला गया — यह सिर्फ मेरा नहीं, हर भारतीय का अपमान है।”

इस विवाद ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर गर्मी ला दी है। जहां एनडीए इसे सामाजिक-सांस्कृतिक मर्यादा का उल्लंघन बता रहा है, वहीं विपक्ष ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया है। हालांकि कांग्रेस और आरजेडी ने मंच से हुई टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए बयान देने वाले शख्स की गिरफ्तारी का समर्थन किया है।