KNEWS DESK… NCP प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने बड़ा दावा किया है. NCP नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि NCP में कोई टूट नहीं हुई. इसके आगे उन्होंने कहा कि अजित पवार पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने अलग रूख अपनाया है.
दरअसल आपको बता दें कि NCP नेता सुप्रिया सुले पुणे में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची हुई थीं. इस दौरान सुप्रिया सुले ने कहा कि NCP टूटी हुई नहीं है. बस हमारी पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग रूख अपना लिया है. हमने इस बारे में विधानसभा स्पीकर से शिकायत की है. अजित पवार हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. जिन्होंने अलग स्टैंड लिया है. शरद पवार हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. अजित पवार ने बीते 2 जुलाई को अपने चाचा शरद पवार के साथ बगावत कर दी थी और महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. जबकि उनके साथ 8 और विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी. अजित पवार ने दावा किया था कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है. इस मामले में दोनों पार्टियों ने चुनाव आयोग का भी रुख किया है.
जानकारी के लिए बता दें कि सुप्रिया सुले का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि ये बयान ऐसे वक्त पर आया, जब NCP प्रमुख शरद पवार भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद पार्टी को फिर से खड़ा करने की चुनौती से जूझ रहे हैं. हालांकि, बगावत के बाद अजित पवार चार बार अपने चाचा शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं. हर बार शरद पवार ने इसे इसे पारिवारिक बैठक बताया है.
महाराष्ट्र में 2019 में विधानसभा चुनाव हुए थे. इस दौरान भाजपा ने सबसे ज्यादा 105 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, शिवसेना को 56, NCP को 54 सीटों पर जीत मिली थी. 288 सीटों वाले राज्य में कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई थीं. भाजपा और शिवसेना ने एकसाथ मिलकर ये चुनाव लड़ा था. हालांकि, नतीजों के बाद दोनों पार्टियों के बीच सीएम पद को लेकर विवाद हो गया था. इसके बाद अजित पवार शरद पवार से बगावत कर देवेंद्र फडणवीस के साथ आ गए थे और उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. हालांकि, दो दिन बाद ही समर्थन न जुटा पाने के बाद अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद शिवसेना ने NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. इस सरकार में उद्धव ठाकरे सीएम और अजित पवार डिप्टी सीएम बने थे. हालांकि, शिवसेना में एकनाथ शिंदे गुट ने बगावत कर दी थी. इसके बाद शिंदे ने पिछले साल जून में 40 विधायकों के साथ भाजपा के साथ सरकार बनाई थी.