के न्यूज़\ दिल्ली- बीबीसी ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर बनायीं गयी डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर विवाद थमता नहीं दिख रहा है, बता दे की डाक्यूमेंट्री सीरीज गुजरात दंगों पर आधारित है| इसे लेकर कल दिल्ली के जेएनयू कैंपस में भी बवाल हुआ है. जेएनयू छात्रों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी पर बनी डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने की घोषणा की थी| मगर स्क्रीनिंग से पहले छात्रसंघ कार्यालय की बिजली काट दी गई, साथ ही साथ वहां पत्थरबाजी होने का दावा किया गया| इसके बाद वहां के ABVP और लेफ्टविंग के छात्रों में झड़प हुई और वहां फिर से इंटरनेट बंद कर दिया गया था|
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आयशी घोष ने कहा कि, “हम लोग स्क्रीनिंग करेंगे. बीबीसी की डाक्यूमेंट्री बैन नहीं है. ये फिल्म सच्चाई दिखाती है और इन्हें डर है कि सच बाहर आ जायेगा| आप लाइट छीन सकते हो, हमारी आखें, हमारा जज्बा नहीं छीन सकते, आप स्क्रीनिंग को नहीं रोक सकते. हम हजार स्क्रीन पर देखेंगे. पुलिस और बीजेपी में दम है. तो हमें रोके हमारे पास लैपटॉप हैं, वाई-फाई इत्यादि को काट दिया है, हम आज ही ये डाक्यूमेंट्री देखेंगे, QR कोड बाटेंगे. वो एक स्क्रीन को बंद करेंगे तो हम लाखों स्क्रीन खोलेंगे| लिंक को जेएनयूएसयू कार्यालय में उपस्थित छात्रों के साथ सामूहिक रूप से शेयर किया जाएगा| एबीवीपी निंदा लेटर लिख सकती थी, लेकिन ये कैंपस संघ के ऑर्डर से नहीं चलता| बीजेपी से हमें फर्क नहीं पड़ता, एबीवीपी ने ट्वीट किया है इन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया. इन्हें शर्म नहीं आती, पहलवान धरने पर बैठे हैं| ”
दरअसल डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रात 9 बजे शुरू होनी थी, जेएनयू प्रशासन ने स्क्रीनिंग की इजाजत नहीं दी थी छात्रों ने इसके बावजूद स्क्रीनिंग की योजना बनाई थी| जेएनयू प्रशासन ने ये भी कहा था की, डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी| मगर छात्रों ने कहा कि स्क्रीनिंग से विश्वविद्यालय के किसी नियम का उल्लंघन नहीं होगा और न ही इससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ेगा|
बता दे की इस डाक्यूमेंट्री की आग देश के आखिरी छोर केरल में भी पहुंच गयी हैं माकपा की यूथ विंग डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) ने भी स्क्रीनिंग आयोजित की थी जहा बीजेपी इसके विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्क्रीनिंग स्थल तक पैदल मार्च भी किया जहा पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने बैरिकेड्स तोड़ने का प्रयास किया. जिसके चलते पुलिक को कई राउंड पानी की बौछारें चलाई लेकिन विरोध के बावजूद भी स्क्रीनिंग जारी रही.
पुलिस ने ये भी बताया कि पलक्कड़ और वायनाड के साथ साथ अन्य जिलों से भी विरोध प्रदर्शनों की सूचना मिली हैं. डीवाईएफआई की देखा देखी अब यूथ कांग्रेस भी गणतंत्र दिवस के दिन डॉक्यूमेंट्री को दिखाने का फैसला किया है|
इस फैसले को लेकर युवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे का समर्थन मिला हैं| इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर देश भर में बवाल बढ़ता ही जा रहा है|
बता दें कि, बीबीसी की ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ भारत में उपलब्ध नहीं है, मगर यूट्यूब और ट्विटर पर इसके लिंक शेयर हुए है, केंद्र सरकार ने डाक्यूमेंट्री वाले यूट्यूब वीडियो और ट्विटर लिंक को ब्लॉक कर दिया है| इसके साथ विदेश मंत्रालय ने डाक्यूमेंट्री को ‘दुष्प्रचार का हिस्सा’ बताते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया है| इसके साथ यह भी कहा की इसमें निष्पक्षता का अभाव है और ये एक औपनिवेशिक मानसिकता को दिखाती है|