KNEWS DESK – मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुलिस ने तीसरे शूटर की पहचान कर ली है। उसका नाम शिव कुमार है और वह उत्तर प्रदेश का निवासी है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न राज्यों में 15 टीमों को भेजा गया है।
हत्याकांड की जानकारी
महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप के रूप में हुई है। रविवार को इन्हें एस्प्लेनेड कोर्ट में पेश किया गया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को मेडिकल जांच के लिए गोकुलदास तेजपाल (जीटी) अस्पताल ले जाया गया। एक आरोपी हरियाणा से और दूसरा उत्तर प्रदेश से है। खास बात यह है कि धर्मराज कश्यप ने खुद को नाबालिग बताया है, जबकि उसके आधार कार्ड में उसकी उम्र 21 वर्ष दर्ज है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि वे आरोपियों के लिए फांसी की मांग करेंगे। शिंदे ने कहा, “दोषी चाहे जो भी हो, उसे सजा दी जाएगी।”
गिरफ्तार आरोपी और उनके दावे
पुलिस ने दो शूटरों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है: गुरमेल बलजीत सिंह (हरियाणा) और धर्मराज कश्यप (उत्तर प्रदेश)। इन दोनों को रविवार को अदालत में पेश किया गया, जहां धर्मराज ने खुद को नाबालिग बताते हुए कहा कि उसकी उम्र केवल 17 साल है। हालांकि, अदालत में प्रस्तुत आधार कार्ड के अनुसार, धर्मराज की उम्र 21 साल है, जबकि गुरमेल 23 साल का है।
किराए के मकान में रह रहे थे आरोपी
जांच के दौरान यह भी पता चला कि इन तीनों शूटरों ने मुंबई के कुर्ला इलाके में पिछले 25 से 30 दिनों से एक किराए के मकान में निवास किया था। आरोपियों को अपने खर्चों के लिए 50-50 हजार रुपये दिए गए थे। पुलिस ने बताया कि धर्मराज और शिव कुमार बहराइच जिले के गंडारा कस्बे के रहने वाले हैं, लेकिन उनके खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। गुरमेल बलजीत के खिलाफ हालांकि हत्या का एक मामला पहले से दर्ज है।
सरकार की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा है कि पुलिस की जांच टीमें विभिन्न राज्यों में भेजी गई हैं और जल्द ही मास्टरमाइंड का पता चल जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाबा सिद्दीकी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ कराने के निर्देश दिए हैं।
तीन बदमाशों ने उन पर की फायरिंग
बाबा सिद्दीकी की हत्या सुबह 9.15 से 9.20 बजे के बीच हुई जब वह अपने ऑफिस के पास पटाखे फोड़ रहे थे। इसी दौरान तीन बदमाशों ने उन पर फायरिंग की। शूटरों ने अपने चेहरे को छुपाने के लिए रूमाल बांध रखा था। फायरिंग के दौरान बाबा को सीने में गोली लगी, जिससे वह गिर पड़े।