KNEWS DESK- रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में भगवान राम के जन्मोत्सव की भव्य तैयारियां जोरों पर हैं। इस ऐतिहासिक मौके पर भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक वीडियो जारी कर राम भक्तों से अपील की है। इसमें उन्होंने राम जन्मोत्सव से जुड़े सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की जानकारी दी है।
चंपत राय ने बताया कि चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा से ही राम मंदिर में भगवान राम के जन्मोत्सव को लेकर धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस अनुष्ठान में वृंदावन के प्रसिद्ध रामकथा वाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज राम मंदिर के निकास द्वार पर भगवान राम की लीलाओं का व्याख्यान कर रहे हैं।
चंपत राय ने कहा कि रामनवमी का त्योहार 6 अप्रैल को मनाया जाएगा। जन्मोत्सव के साथ ही नवरात्रि की प्रतिपदा से शुरू हुई रामकथा का भव्य समापन भी होगा। मंदिर परिसर में धार्मिक अनुष्ठानों का दौर पूरी तरह से शुरू हो चुका है।
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रामचरितमानस परायण: सुबह 8:30 बजे से 11:30 बजे तक रामचरितमानस का परायण किया जाएगा।
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वाल्मीकि रामायण पाठ: दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक वाल्मीकि रामायण का पाठ किया जाएगा।
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बधाई गान: शाम 7:00 बजे भगवान राम के सामने बधाई गान किया जाएगा।
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महामंत्र आहुति: राम मंदिर की यज्ञशाला में भगवान राम के महामंत्रों की आहुति दी जाएगी।
सूर्य तिलक का विशेष आयोजन:
रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे आरती के बाद भगवान राम का सूर्य तिलक किया जाएगा। इस पावन कार्य के लिए ISRO और सेंट्रल बिल्डिंग इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिक अयोध्या पहुंच चुके हैं और उनका प्रयोग भी सफलतापूर्वक किया जा चुका है।
भगवान राम के जन्म के पावन क्षण में सूर्य 4 मिनट तक भगवान के ललाट का तिलक करेंगे, जिसे दूरदर्शन पर सीधा प्रसारित किया जाएगा। चंपत राय ने राम भक्तों से अपील की है कि वे चैत्र शुक्ल की नवमी को ठीक दोपहर 12:00 बजे भगवान राम के सूर्य तिलक का आनंद घर बैठे दूरदर्शन पर लें।
रामनवमी का यह उत्सव न केवल धार्मिक बल्कि ऐतिहासिक भी होगा, क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ यह आयोजन और भी अधिक विशेष बन गया है। राम भक्तों के लिए यह अवसर जीवनभर यादगार रहेगा।
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