KNEWS DESK… इंस्टीट्यूट पेंडिडिकन इंडोनेशिया एवं आईएफएआरपी की थर्ड अंतरराष्ट्रीय कॉन्फेंस टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन एंड मल्टीडिसिप्लिनरी स्किल्स इन द 21वी सेंचुरी रिसर्च-2023 में “इम्पैक्ट ऑफ ऑनलाइन एजुकेशन ऑन यूथ: टीचिंग एंड लर्निंग” के दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस 11 और 12 जुलाई 2023 को सम्पन्न हुई जिसमें डॉ रश्मि गौतम डॉ संजीव कुमार गौतम ने संयुक्त रूप से शोध पत्र प्रस्तुत किया। इस शोध पत्र में मानव जीवन में शिक्षा के महत्व को बताया गया और साथ ही साथ ऑनलाइन शिक्षा ने कोविड-19 महामारी के दौरान युवाओं की शिक्षा में मदद की। शिक्षा-प्रशिक्षण दोनों ही शिक्षापरक कार्यों में ऑनलाइन शिक्षा मददगार साबित हुई।
दरअसल आपको बता दें कि डॉ रश्मि गौतम, असिस्टेंट प्रोफेसर, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर, उत्तर प्रदेश एवं डॉ संजीव कुमार गौतम, डीन ऑफ मॉडर्न स्टडीज, केंद्रीय बौद्ध विद्या संस्थान, डीम्ड विश्वविद्यालय लेह, लद्दाख ने संयुक्त रूप से इंस्टीट्यूट पेंडिडिकन इंडोनेशिया एवं आईएफएआरपी की थर्ड अंतरराष्ट्रीय कॉन्फेंस टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन एंड मल्टीडिसिप्लिनरी स्किल्स इन द 21वी सेंचुरी रिसर्च-2023 में “इम्पैक्ट ऑफ ऑनलाइन एजुकेशन ऑन यूथ: टीचिंग एंड लर्निंग” शोधपत्र प्रस्तुत किया है। शोधपत्र में तकनीकी शिक्षा एवं इन्नोवेशन को उजागर करते हुए डॉ गौतम ने तकनीकी ज्ञान में बढ़ोतरी होने का ज़िक्र किया। उन्होंने अपने शोध पत्र के माध्यम से यह भी बताया है कि डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिला और भारत में तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ डिजिटल साक्षरता में निरंतर वृद्धि होने का जिक्र किया है। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा किसी भी व्यक्ति को दासता से मुक्ति दिला सकता है। शिक्षा जीवन मूल्यों के विकास हेतु आवश्यक है। शिक्षा ही जीवन जीने के नये-नये रास्ते प्रशस्त करती है। शिक्षा के बिना किसी भी व्यक्ति का जीवन आसान नही ही सकता। इस प्रकार तमाम तथ्यों एवं आँकड़ों के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा के बढ़ते महत्व पर शोध पत्र के माध्यम से विस्तार से प्रकाश डाला है।
जानकारी के लिए बता दें कि इस शोध पत्र में न्यू एडुकेशन पालिसी-2020 का जिक्र करते हुए भारत शिक्षा के क्षेत्र में 2024 तक शिक्षा का नये स्वरूप में विकसित करने सफल हो जाएगा। नई पीढ़ी में तकनीकी दक्षता विकसित करने में वर्तमान नीति आयोग भी वचनबद्ध है। इसके लिये सरकार की ऑनलाइन शिक्षा पद्धति को बढ़ावा हेतु शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं के लिये ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल के संचालन का जिक्र किया। इस शोध पत्र में युवाओं में तकनीकी दक्षता के विकास, नयी-नयी तकनीकी सोच का विकास, शिक्षण प्रशिक्षण की नवीनतम ज्ञान में वृद्धि, सृजनात्मक के साथ साथ ग्लोबल शैक्षिक सोच का विकास एवं ऑनलाइन शिक्षा हेतु तकनीको एवं दक्षताओं का उन्नयन इत्यादि को जिक्र किया है।