डिजिटल डेस्क- फुटबॉल जगत के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी के ‘GOAT टूर 2025’ के तहत शनिवार को कोलकाता दौरे के दौरान हुई अव्यवस्था अब सियासी तकरार का मुद्दा बन गई है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने राज्य की कानून-व्यवस्था को पूरी तरह से विफल करार देते हुए इसके लिए सीधे तौर पर “VIP कल्चर” को जिम्मेदार ठहराया। सरमा ने कहा कि इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजन में भीड़ प्रबंधन की भारी कमी साफ तौर पर देखने को मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में जवाबदेही की कमी है और इसकी शुरुआत सबसे ऊपर से होनी चाहिए। असम के मुख्यमंत्री ने तीखे शब्दों में कहा, “इस मामले में सबसे पहले राज्य के गृह मंत्री, जो खुद मुख्यमंत्री हैं, और कोलकाता पुलिस कमिश्नर की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए थी। अगर कार्रवाई होती तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए था।”
पश्चिम बंगाल की तुलना करते हुए गिनाए कई उदाहरण
हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह इवेंट ऑर्गनाइजर की गिरफ्तारी को न तो पूरी तरह सही ठहरा रहे हैं और न ही उसका विरोध कर रहे हैं। सरमा के मुताबिक, “आयोजन करने वालों की भूमिका अपनी जगह है, लेकिन पहली और सबसे बड़ी जिम्मेदारी राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की होती है।” भीड़ प्रबंधन को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की तुलना अन्य राज्यों से करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कई उदाहरण गिनाए। उन्होंने कहा कि असम में मशहूर गायक जुबीन गर्ग के निधन के बाद तीन दिनों तक करीब 10 लाख लोग सड़कों पर थे, लेकिन किसी तरह की कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई।
पोस्ट मेलोन के कार्यक्रम का भी किया जिक्र
इसी तरह गुवाहाटी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गायक पोस्ट मेलोन के कार्यक्रम में लगभग 50 हजार लोग शामिल हुए, फिर भी आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इसके अलावा उन्होंने मुंबई में आयोजित महिला विश्व कप फाइनल का भी जिक्र किया और कहा कि इतने बड़े आयोजन भी बेहतर योजना और प्रशासनिक तैयारी से सफलतापूर्वक कराए गए। सरमा ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल एक ऐसा राज्य बन गया है जहां किसी भी बड़े आयोजन को लेकर हालात का अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया है और वहां VIP कल्चर चरम पर है।