KNEWS DESK- दिल्ली में सियासी हलचल के बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मिडिल क्लास परिवारों के लिए एक अलग मेनिफेस्टो जारी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अब तक की सभी सरकारों ने मध्यम वर्ग को केवल दबाया है, और इन परिवारों को टैक्स का बोझ झेलने पर मजबूर किया है। केजरीवाल ने दावा किया कि 50 फीसदी कमाई टैक्स के रूप में जा रही है और अब तो मरने के बाद भी टैक्स देना पड़ता है।
मध्यम वर्ग की समस्याओं को उठाया
केजरीवाल ने कहा कि भारत का मध्यम वर्ग इन दिनों टैक्स टेररिज्म का शिकार हो गया है। उनका कहना था, “हर पार्टी ने मध्यम वर्ग को दबाया है, इन पर टैक्स का बोझ बढ़ाया है, और अब ये वर्ग सरकारों के लिए सिर्फ एटीएम बन कर रह गया है।” केजरीवाल ने यह भी बताया कि आज के समय में मिडिल क्लास को अपने परिवार का पालन-पोषण करना भी बहुत कठिन हो गया है, और यही वजह है कि हर साल लाखों भारतीय बेहतर भविष्य की तलाश में विदेशों में बसने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
मिडिल क्लास के लिए आम आदमी पार्टी का दृष्टिकोण
केजरीवाल ने मिडिल क्लास के लिए आम आदमी पार्टी की भूमिका को उजागर करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने इस वर्ग के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने उदाहरण के तौर पर दिल्ली की सरकार द्वारा शिक्षा और स्कूलों में किए गए निवेश का उल्लेख किया। केजरीवाल ने यह दावा किया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता के टैक्स के पैसों का इस्तेमाल शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया है, ताकि आम लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
केंद्र सरकार से कई मांगें
अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से कई मांगें भी की हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए बजट बढ़ाना चाहिए ताकि हर नागरिक को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। केजरीवाल ने यह भी कहा कि अगर सरकार मिडिल क्लास की समस्याओं को सही तरीके से नहीं समझेगी, तो यह वर्ग और भी अधिक परेशान होगा।
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