KNEWS DESK- राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने शनिवार यानी आज राज्य विधानसभा में कहा कि मारवाड़ जंक्शन विधानसभा क्षेत्र के राजस्व ग्राम जोजावर में प्रथमदृष्टया नक्शों में हेराफेरी पाई गयी है। उन्होंने सदन को बताया कि नक्शों में हुई इस विपरीत तरमीम की जाँच के लिए गत 19 जुलाई को जिला कलेक्टर पाली को पत्र लिखा गया है। जाँच के उपरांत दोषी पाए गए कार्मिकों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजस्व मंत्री मारवाड़ जंक्शन विधायक केसाराम चौधरी द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से इस सम्बन्ध में उठाये गए मामले पर जवाब दे रहे थे। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि राजस्व ग्राम जोजावर के नक्शों में हेराफेरी कर खसरों के स्थानों में हुए परिवर्तन को दुरुस्त किया जायेगा। राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने बताया कि बंदोबस्त रिकॉर्ड के अनुसार खसरा संख्या 2717/4987 दक्षिण की तरफ तथा खसरा संख्या 2717 उत्तर की तरफ स्थित थे। जो कि वर्तमान नक्शा रिकॉर्ड (डीआईएलआरएमपी) में परस्पर परिवर्तित है एवं खसरा संख्या 2717 विभाजित होकर 28 भूखंडों के रूप में राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है।
राजस्व मंत्री ने बताया कि डीआईएलआरएमपी प्रोजेक्ट के अंतर्गत सेग्रीगेशन एवं वन टू वन मेचिंग करते हुए शत प्रतिशत तरमीम कर राजस्व ग्राम जोजावर की नक्शा शीट 26 फरवरी 2020 को अंतिम रूप से प्रमाणित की गई। जिसके अनुसार उक्त खसरों में समस्त तरमीमे अंकित है परन्तु मूल खसरा संख्या 2717 तथा उसके विभाजित खसरे दक्षिण भाग में स्थित है। उन्होंने बताया कि खसरा संख्या 4987/2717 रकबाराज भूमि उत्तर भाग में स्थित है जो कि बंदोबस्त रिकॉर्ड के अनुसार परस्पर विपरीत दिशा में है।
राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने बताया कि उक्त प्रकरण में राजस्व ग्राम जोजावर के मूल खसरा संख्या 2717 खातेदारी भूमि तथा खसरा संख्या 4987/2717 रकबाराज भूमि की तरमीम राजस्व रिकॉर्ड में परस्पर परिवर्तित हुई है। उन्होंने बताया कि इसके संबंध में सक्षम न्यायालय में वाद दायर कर तरमीम दुरुस्ती की कार्यवाही की जा रही है। इस सम्बन्ध में विस्तृत जाँच की कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है और दोषी पाए जाने वाले कार्मिकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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