KNEWS DESK- ऐसे दौर में जब शादियाँ अक्सर भव्यता और शाही अंदाज़ का प्रतीक बन चुकी हैं, मध्य प्रदेश का धार्मिक शहर उज्जैन एक अनूठी मिसाल पेश करने जा रहा है। यहाँ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के छोटे बेटे डॉ. अभिमन्यु यादव और डॉ. इशिता यादव अपनी शादी किसी निजी राजसी समारोह में नहीं, बल्कि आम जनता के साथ सांवरा खेड़ी में आयोजित सामूहिक विवाह में 21 अन्य जोड़ों के साथ करेंगे। यह आयोजन सरलता, परंपरा और सामाजिक समानता का सुंदर उदाहरण बन गया है।
रविवार सुबह इंपीरियल होटल के पास पूरा इलाका रोशनी, संगीत और रंगों से जगमगा उठेगा। यहाँ 22 जोड़े एक साथ बारात लेकर निकलेंगे दूल्हे घोड़ों पर सवार होंगे वहीं दुल्हनें खूबसूरत बग्घियों में बैठेंगी। हर जोड़े की अपनी कहानी होगी, लेकिन सभी का यह दिन सामूहिक रूप से एक बड़े उत्सव में बदल जाएगा।
सांवरा खेड़ी में विवाह स्थल को सांस्कृतिक मेले जैसा रूप दिया गया है। यहाँ तैयार किए गए हैं— पाँच बड़े गुंबद, 40×100 फीट का विशाल मंच, 50×25 फीट का दूसरा मंच, 22 छोटे मंडप, जहाँ सभी जोड़ों की अलग-अलग रस्में पूरी होंगी। करीब 25,000 लोगों के समारोह में शामिल होने की संभावना है—परिजन, आम नागरिक, संत, संतुलित समाज के प्रतिनिधि और कई विशिष्ट अतिथि।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास, गीता कॉलोनी में माता पूजन से रस्मों की शुरुआत हुई। शनिवार को परिवार ने पारंपरिक विधियों में भाग लिया—पूजा, आशीर्वाद और सामूहिक प्रार्थना।
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर खूब वायरल हुई, जिसमें डॉ. अभिमन्यु और डॉ. इशिता बैलगाड़ी में बैठकर एक पारंपरिक रस्म निभाते दिख रहे हैं। इसने लोगों का दिल जीत लिया और समारोह की सरलता को और खास बना दिया।