KNEWS DESK- गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार यानि आज बिहार के गया में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया| इस दौरान उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि वे तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास करते हैं और वोटों के लिए देश को विभाजित करते हैं|
बिहार के गया में अमित शाह ने मुस्लिम पर्सनल लॉ, यूसीसी और अनुच्छेद 370 का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती थी कि उनकी ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ के तहत इन्हें देश से हटाया जाए| कांग्रेस की चारों पीढ़ियां जिनमें नेहरू जी, इंदिरा जी, राजीव जी, सोनिया जी और अब राहुल जी शामिल हैं| ये सभी लोग तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास करते हैं| उन्होंने कहा है कि वे मुस्लिम पर्सनल लॉ वापस लाएंगे| आप सभी बताएं मुझे, तीन तलाक हटना चाहिए या नहीं? अनुच्छेद 370 हटना चाहिए या नहीं? यूसीसी लागू होना चाहिए या नहीं? कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति करती है और राहुल गांधी और सोनिया गांधी ऐसे बयान देते हैं|
उन्होंने पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा- कांग्रेस कितनी बार देश को विभाजित करेगी? वह अब देश को विभाजित नहीं कर सकती क्योंकि यह पीएम मोदी की सरकार है| 1947 में एक बार किया था, अब मैं उन्हें चुनौती देता हूं, यह नरेंद्र मोदी का शासन है| हम देश को विभाजित नहीं होने देंगे| कांग्रेस वोट बैंक के लिए कुछ भी करती है| पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए या नहीं? यहां तक कि राजद नेता हमारे रामचरितमानस और वंदे मातरम गीत का भी विरोध करते हैं|
गृह मंत्री ने विपक्षी कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह कभी भी देश का विकास नहीं कर सकते बल्कि केवल भ्रष्टाचार कर सकते हैं| मोदी जी पिछले 23 साल से मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रधानमंत्री भी हैं और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है|