KNEWS DESK- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम आतंक को पाताल में दफन करेंगे।” शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने जम्मू-कश्मीर के अधिकारों को छीना है और यदि गोली चली, तो उसका जवाब गोले से दिया जाएगा।
गुर्जर और पहाड़ी समुदायों के आरक्षण का आश्वासन
गृहमंत्री ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “जब पहाड़ियों को आरक्षण दिया गया, तो फारूक अब्दुल्ला ने गुर्जर भाइयों को उकसाया कि उनका आरक्षण समाप्त हो जाएगा।” शाह ने अपने वादे को याद दिलाते हुए कहा कि गुर्जर बकरवाल का आरक्षण एक प्रतिशत भी कम नहीं होगा और पहाड़ी भाई-बहनों को भी आरक्षण मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में दिए गए बयान का कड़ा विरोध किया, जिसमें राहुल ने कहा था कि अब गुर्जर बकरवाल का विकास हो चुका है और उन्हें आरक्षण की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस-नेकां गठबंधन पर हमला
अमित शाह ने कांग्रेस-नेकां गठबंधन पर भी निशाना साधते हुए कहा, “आज जम्मू-कश्मीर में हमारा तिरंगा शान से लहरा रहा है, लेकिन कांग्रेस और नेकां के लोग शेख अब्दुल्ला वाला ध्वज वापस लाना चाहते हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अब कश्मीर में केवल भारतीय तिरंगा ही लहराएगा और किसी अन्य ध्वज की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अमित शाह ने जनता को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार विकास और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और वे जम्मू-कश्मीर को एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य की ओर ले जाएंगे। इस रैली में उपस्थित लोगों ने भी केंद्रीय गृहमंत्री की बातों का समर्थन किया और भाजपा के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की। अमित शाह की यह रैली विधानसभा चुनावों की तैयारियों को देखते हुए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जहां भाजपा अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए प्रयासरत है।
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