डिजिटल डेस्क- पिछले तीन सालों से चल रहे रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच कल यूक्रेन की तरफ से ड्रोन अटैक किए गए। इस ड्रोन अटैक से रूस के 41 लड़ाकू विमानों को नुकसान पहुंचाते हुए तबाह कर दिए गए। इस ड्रोन अटैक से 7 लोगों की मौत हो गई थी। रूस पर किए इस हमले के बाद यूक्रेन की तरफ से जेलेस्की का बयान सामने आया है। जेलेंस्की ने दावा किया है कि यूक्रेन के हमले के बाद तबाह हुए विमानों के बाद रूस अब बातचीत के लिए मजबूर हो जाएगा। आपको बताते चलें कि इन तीन वर्षों में यूक्रेन की ओर से किया गया ये हमला 2022 से अब तक सबसे घातक रहा, जिसमें रूस को इतना ज्यादा नुकसान पहुंचा हो।
शांति के लिए हर जरूरी कदम उठाने को तैयार- वोलोडिमिर जेलेंस्की
यूरोप महाद्वीप में स्थित लिथुआनिया में नाटो देशों की नेताओं की बैठक में जेलेंस्की ने कहा कि उनका देश शांति बहाल करने के लिए कदम उठाने के लिए तैयार हैं। अगर रूस इस्तांबुल में होने वाली बातचीत को कमजोर करता और कोई नतीजा नहीं निकलता है तो उसपर नए प्रतिबंधों को लगाए जाने की तत्काल जरूरत है।
बैठक में जेलेंस्की ने की मांग
यूरोप महाद्वीप में स्थित लिथुआनिया में नाटो देशों की नेताओं की बैठक में जेलेंस्की ने कई बिंदुओं पर मांग की है। जेलेंस्की ने बैठक में मांग उठाई कि रूसी तेल और टैंकरों पर तत्काल प्रतिबंध लगना चाहिए। इसके अलावा तेल की कीमतें तय होनी चाहिए। साथ ही रूस के बैंको और वित्तीय संस्थानों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
रूस को बातचीत की मेज पर आने के लिए मजबूर होना पड़ेगा- जेलेंस्की
जेलेंस्की ने कहा कि बड़े पैमाने पर रूसी विमान नष्ट किए गए हैं, जिससे रूस को बातचीत की मेज पर आने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। रूस को यह समझ में आ जाएगा कि उसे युद्ध में भारी नुकसान हो रहा है, तभी वह शांति और समझौते की तरफ बढ़ेगा। यही बात उसे कूटनीति की ओर धकेलेगी।