अलीगढ़ः रहस्यमयी तरीके से गायब हुई स्वास्थ्य विभाग की 13 साल पुरानी नियुक्तियों की फाइलें, मचा हड़कंप

डिजिटल डेस्क- अलीगढ़ के स्वास्थ्य विभाग में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। वर्ष 2012 में हुई 118 संविदा कर्मियों, जिनमें 30 डॉक्टर भी शामिल थे, की नियुक्तियों से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड रहस्यमय तरीके से गायब हो गया है। जैसे ही इन नियुक्तियों की जानकारी जन सूचना अधिकार (RTI) के तहत मांगी गई, विभाग में अफरा-तफरी मच गई। सीएमओ कार्यालय में जब फाइलें खोजी गईं तो पता चला कि संबंधित पत्रावलियां ही नहीं मिल रही हैं। शिकायतकर्ता शिवकुमार ने शासन से यह जानना चाहा था कि उस समय चयन समिति में कौन-कौन अधिकारी शामिल थे और इन नियुक्तियों के विज्ञापन कहां प्रकाशित किए गए थे। उन्होंने कुल पांच बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी, लेकिन विभाग ने केवल दो सवालों के जवाब दिए और बाकी तीन पर चुप्पी साध ली। जब शासन स्तर से जवाब तलब हुआ, तब जाकर विभाग में पुराने रिकॉर्ड खंगालने का सिलसिला शुरू हुआ। हालांकि, छह महीने से खोजबीन के बावजूद कोई दस्तावेज नहीं मिला है।

क्या कहा मुख्य चिकित्साधिकारी ने ?

अलीगढ़ के मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) डॉक्टर नीरज त्यागी ने सफाई देते हुए कहा कि “पुराने भवन से नए भवन में कार्यालय शिफ्ट होने के दौरान कुछ फाइलें गायब हो गई हैं। हम रिकॉर्ड ढूंढने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।” लेकिन सवाल यह है कि आखिर इतने अहम दस्तावेज कहां गायब हो गए और अगर वाकई में सब कुछ पारदर्शी था, तो विभाग जानकारी देने से क्यों बच रहा है? सूत्रों के मुताबिक, 2012 में हुई संविदा नियुक्तियों को लेकर पहले भी अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं। अब जब RTI के जरिए पूरी प्रक्रिया की जांच शुरू हुई, तो संबंधित रिकॉर्ड का गायब हो जाना कई सवाल खड़े करता है। विभाग के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि फाइलों के गायब होने के पीछे “किसी बड़े खेल” की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

लीपापोती में जुटा स्वास्थ्य विभाग

फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग ने मामले पर लीपापोती करने की कोशिश की है, लेकिन शिकायतकर्ता शिवकुमार इसे लेकर संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया गया तो वह उच्च स्तर पर शिकायत करेंगे। उधर, मामले की जानकारी शासन तक पहुंच चुकी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पर जांच के आदेश दिए जाएंगे।