पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर हुए हमले पर आया अखिलेश यादव का बयान, निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग

शिव शंकर सविता- उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति पर मंगलवार देर शाम लखनऊ जेल में एक कैदी ने हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में पूर्व मंत्री घायल हो गए। उनके सिर पर गंभीर चोट आई, जिसके बाद जेल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। डॉक्टरों ने उनके सिर पर पांच टांके लगाए हैं, जबकि हाथ की चोट का भी इलाज किया जा रहा है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

पूर्व मंत्री के परिजनों ने बताया हमलावर का नाम

हमले की जानकारी मिलते ही उनकी विधायक पत्नी महाराजी देवी और बेटियां अस्पताल पहुंचीं। गायत्री ने मीडिया से कहा कि जिस कैदी ने हमला किया उसका नाम विश्वास है और वह शातिर अपराधी है। उनका कहना है कि किसी से कोई विवाद नहीं था, यह जानलेवा हमला अचानक हुआ।

अखिलेश यादव ने एक्स पर की मांग

पूर्व मंत्री पर हुए हमले पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने X पर लिखा, “उत्तर प्रदेश में कहीं कोई भी सुरक्षित नहीं है। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर जेल के अंदर हमला होना बेहद गंभीर मामला है। इसकी निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए।” सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने भी बयान जारी कर कहा कि अगर जेल में बंद पूर्व मंत्री पर हमला हो सकता है तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रह सकता है। उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।

बेटी ने जताई पिता की हत्या की आशंका

इस बीच गायत्री की बेटी अंकिता प्रजापति ने अपने पिता की हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने कहा, “हमें बहुत डर लग रहा है। कुछ दिन पहले ही पापा अस्पताल से डिस्चार्ज होकर पूरी तरह स्वस्थ होकर जेल गए थे। अब जेल के अंदर उन पर हमला होना बेहद चिंताजनक है। हमारे पिता कोई आतंकवादी नहीं हैं, फिर भी उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है।” अंकिता ने यह भी कहा कि उनके पिता साढ़े आठ साल से जेल में बंद हैं और उन पर लगे आरोप अब तक साबित नहीं हुए।

जेल ही सुरक्षित नहीं तो सरकार की बड़ी नाकामी- परिजन

गायत्री की पत्नी महाराजी देवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से समय देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जेल के अंदर हमला होना गंभीर सवाल खड़ा करता है और परिवार को जेल में मुलाकात तक नहीं करने दी जा रही है। परिवार का आरोप है कि अगर जेल में सुरक्षा नहीं है तो यह सरकार की बड़ी नाकामी है।