शिव शंकर सविता- समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि जनता PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की सरकार बनाए, जो डॉ. लोहिया, जयप्रकाश नारायण और कांशीराम जैसे नेताओं के विचारों पर चलेगी। अखिलेश यादव ने कहा, “माननीय कांशीराम जी, नेताजी और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया जी के संघर्ष के रास्ते को अपनाकर हमें PDA की सरकार बनानी है। यही असली सामाजिक न्याय की सरकार होगी।”
मायावती पर हमला – “अंदरूनी सांठगांठ है बीजेपी से”
बीएसपी प्रमुख मायावती द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ किए जाने पर अखिलेश यादव ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, “ऐसा लगता है कि बहन जी और बीजेपी के बीच अंदरूनी सांठगांठ है। अगर कांशीराम स्मारक का सही रखरखाव हुआ होता, तो वहां की पत्तियों और पत्थरों का रंग काला नहीं पड़ता।” उन्होंने कहा कि “भारतीय जनता पार्टी झूठे मुकदमों का रिकॉर्ड बनाना चाहती है। बीजेपी एक झूठी पार्टी है, जो सच्चाई से भागती है।”
बरेली हिंसा पर बड़ा बयान
बरेली में हुई हिंसा पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जानबूझकर यह घटना कराई ताकि राजनीतिक रूप से फायदा उठाया जा सके। “बरेली की घटना सरकार की नाकामी और भ्रष्टाचार छुपाने की कोशिश है। यह सब कानपुर के अखिलेश दुबे मामले को दबाने के लिए किया गया।” अखिलेश ने सवाल उठाया, “कानपुर के मामले में बुलडोजर क्यों नहीं चलाया गया? सिर्फ बरेली में ही बुलडोजर क्यों चल रहा है?” उन्होंने कहा कि सरकार बुलडोजर की राजनीति कर रही है, जबकि कानून का राज खत्म होता जा रहा है।
बीजेपी पर सीधा हमला
अखिलेश यादव ने कहा, “बीजेपी और हम लोगों की तस्वीर लगा लो, देख लो कौन गुंडा-माफिया है। बीजेपी अब झूठे मुकदमों और झूठी कहानियों से चुनाव जीतना चाहती है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। अखिलेश ने आगे कहा कि सरकार ने उन्हें बरेली और रामपुर जाने से रोकने की कोशिश की। “प्रशासन चाहता था कि मैं न बरेली जाऊं, न रामपुर। कई बार बात करने के बाद रास्ता निकालना पड़ा। यह सरकार की विफलता है।”