अखिलेश यादव का भाजपा सरकार पर हमला, “शराब की दुकानें खोलीं, स्कूल अब तक बंद हैं”

KNEWS DESK- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय जैसे अहम मुद्दों को लेकर योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि “सरकार नहीं चाहती कि लोग पढ़ें, समझें और आगे बढ़ें।”

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने जो स्कूल कोविड और अन्य वजहों से बंद किए थे, वे आज तक शुरू नहीं किए गए हैं। “शराब की दुकानें हर मोहल्ले में खोल दी गई हैं, लेकिन स्कूल अब तक ताले में बंद हैं। यूपी में न्यूयॉर्क से ज्यादा शराब की दुकानें हैं।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा नहीं बल्कि नशा है, और इससे साफ होता है कि उसे आम जनता के भविष्य से कोई सरोकार नहीं है।

सपा अध्यक्ष ने पीडीए (पढ़ाई, दस्तक और आवाज) पाठशालाओं में पढ़ाने वाले युवाओं के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की कड़ी आलोचना की। “ये वो नौजवान हैं जो गरीब बच्चों को फ्री में पढ़ाते हैं। उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। अंग्रेजों ने भी पाठशाला चलाने वालों पर ऐसा अत्याचार नहीं किया था।”

उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार खुद शिक्षा देने में विफल है, तो जो लोग स्वेच्छा से यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं, उन्हें क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है?

अखिलेश यादव ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण की अनदेखी का मुद्दा भी जोरशोर से उठाया। “69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी महीनों से आरक्षण में हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही।”

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने न केवल नौकरियों के अवसर कम किए, बल्कि पिछड़े वर्गों का हक और सम्मान भी छीन लिया।

अखिलेश ने याद दिलाया कि भाजपा ने चुनावों के समय ‘अच्छे दिन’ लाने का वादा किया था, लेकिन आज बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक भेदभाव जैसे मुद्दों पर सरकार पूरी तरह नाकाम है। “ये डबल इंजन सरकार सिर्फ नारों और विज्ञापनों से काम चला रही है। जमीनी सच्चाई ये है कि युवाओं को रोजगार नहीं, आंदोलन मिल रहा है।”