KNEWS DESK- लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर चल रही विशेष चर्चा के दौरान राजनीतिक तापमान तेज हो गया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के बयान के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी बात रखते हुए सत्ता पक्ष पर तीखा हमला बोला।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष इतिहास, संस्कृति और राष्ट्रभावना से जुड़ी हर चीज पर अपना अधिकार जमाना चाहता है। उन्होंने कहा कि “ये लोग हर चीज पर कब्जा करना चाहते हैं। हर बात का श्रेय लेना चाहते हैं। जो महापुरुष इनके नहीं हैं, उन्हें भी ये अपने पक्ष में करने की कोशिश करते हैं।”
अखिलेश ने कहा कि सत्ता पक्ष की बातें सुनकर ऐसा लगता है मानो वंदे मातरम् का इतिहास सिर्फ उन्हीं से शुरू होता है और उसी पर खत्म हो जाता है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि वंदे मातरम् देश की आज़ादी की सामूहिक धरोहर है, जिसे हर भारतीय ने सम्मान दिया है। इसे किसी एक राजनीतिक विचारधारा से जोड़ना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में सभी धर्मों, जातियों और विचारधाराओं के लोगों ने वंदे मातरम् को अपना नारा बनाया था।
अखिलेश यादव के बयान के बाद सदन में सत्ता पक्ष की ओर से खूब विरोध दर्ज किया गया। हालाँकि, उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि इतिहास को बांटना या उसके श्रेय को हड़पना देशहित में नहीं है।
वंदे मातरम् पर यह विशेष चर्चा 10 घंटे चलने की संभावना है, और इसमें देश के कई वरिष्ठ नेता अपने-अपने विचार रख रहे हैं।
इस दौरान यह स्पष्ट हो गया कि राष्ट्रगीत पर चर्चा सिर्फ सांस्कृतिक पहलू तक सीमित नहीं रहने वाली, बल्कि राजनीतिक रंग भी खूब ले रही है।