दिल्ली में वायु प्रदूषण ‘अति गंभीर’ श्रेणी में, 12वीं कक्षा तक के स्कूल बंद

KNEWS DESK-  दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 494 तक पहुंच गया, जो कि ‘अति गंभीर’ श्रेणी में आता है। यह इस सीजन का सबसे खराब AQI है और रविवार की तुलना में 53 अंकों की वृद्धि दर्शाता है। इस खतरनाक स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने कक्षा 12वीं तक के स्कूलों को 19 नवंबर से बंद करने का आदेश दिया है। इन स्कूलों में सभी कक्षाएं अब ऑनलाइन चलेंगी।

न केवल दिल्ली, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के अन्य जिलों, जैसे फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, और नोएडा में भी प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। इन जिलों में भी AQI ‘अति गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया है, जिससे छात्रों और अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है।

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए घने कोहरे की संभावना जताई है, जिससे दृश्यता और भी कम हो सकती है। विभाग ने लोगों से सावधान रहने और वाहन चलाते समय विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। सोमवार को दिल्ली में दिनभर घने कोहरे के कारण तापमान में गिरावट आई और दृश्यता भी बहुत कम रही। अशोक विहार, बवाना, द्वारका सेक्टर आठ समेत 12 इलाकों में AQI 500 तक दर्ज किया गया, जबकि पालम और सफदरजंग एयरपोर्ट पर भी दृश्यता काफी कम रही। पालम में सुबह 7:30 बजे दृश्यता केवल 100-150 मीटर थी, जबकि सफदरजंग एयरपोर्ट पर यह 150 मीटर थी।

वायु गुणवत्ता सूचकांक के मानक

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के मानक के अनुसार, यदि AQI 0-50 के बीच होता है, तो वायु गुणवत्ता ‘अच्छी’ मानी जाती है। 51-100 के बीच इसे ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बहुत खराब’, और 401-500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। वर्तमान में दिल्ली का AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक खतरनाक है।

नकदी से बचाव की सलाह

दिल्ली सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से बाहर न निकलने और वायु प्रदूषण से बचने की सलाह दी है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, लोगों से मास्क पहनने, पानी अधिक पीने और बाहर जाने से बचने की अपील की गई है।

सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें

दिल्ली सरकार ने लोगों से निजी वाहनों की बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने का आग्रह किया है। इससे न केवल प्रदूषण में कमी आएगी, बल्कि सड़क पर जाम की स्थिति भी कम होगी। दिल्ली मेट्रो और बस सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाए हैं।

यह स्थिति दिल्लीवासियों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि हमें वायु प्रदूषण के प्रति जागरूक रहना होगा और इसके खतरों से बचने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा। प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सरकार को दीर्घकालिक रणनीतियाँ और कड़े कदम उठाने होंगे।

ये भी पढ़ें-  नयनतारा की फिल्म ‘रक्कायी’ का धमाकेदार टीजर रिलीज, एक्शन अवतार में नजर आईं एक्ट्रेस

About Post Author