डिजिटल डेस्क- इन दिनों कुदरत अपना कहर बरपा रही है। जहां मैदानी इलाकों में बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है और लोग पलायन कर दूसरी जगह रहने के लिए मजबूर हैं वहीं पहाड़ों में भी कुदरत का कहर लगातार जारी है। पूर्व में उत्तराखंड के धराली गांव में बादल फटने से जहां सैकड़ों लोग लापता हो गए और लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया और प्रशासन अभी भी वहां के हालात सामान्य करने में लगा हुआ है, वहीं हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, किनौर समेत कई जगह बादल फट गए। हिमाचल में बादल फटने से भयंकर बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए, जिसके बाद प्रशासन ने मोर्चा संभालते हुए रेस्क्यू अभियान चलाया। बताया जा रहा है कि इन घटनाओं के चलते शिमला, लाहौल और स्पीति जिलों में कई पुल बह गए, जबकी 300 से ज्यादा सड़के बंद कर दी गई है।
किसी जानमाल की आधिकारिक पुष्टि नहीं
स्थानीय लोग प्रशासन की अपील पर ऊंचे और सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं। राहत और बचाव दल मौके पर तैनात हैं। फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। बादल फटने की वजह से बठाहड़ क्षेत्र और तीर्थन घाटी में भारी नुकसान की खबर है। कई जगहों पर सड़कें अवरुद्ध हो गई और खेतों में पानी भर गया। आनी और निरमंड क्षेत्र में भी कई स्थानों पर तबाही के दृश्य देखने को मिले।
कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने हिमाचल के तीन जिलों चंबा, कांगड़ा और मंडी के कई क्षेत्रों में वीरवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में येलो अलर्ट रहेगा। 15 अगस्त के लिए सिरमौर, शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा और चंबा जिला में हल्की बारिश की संभावना है। प्रदेश में 19 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है।